मिलावटी मिठाई के कारोबार का भंडाफोड़
स्थानीय प्रशासन ने हरिद्वार रोड नंदू फार्म के समीप एक दुकान में मिलावटी मिठाई बनाने वाले बड़े कारोबार का भंडाफोड़ किया है। होली के मद्देनजर यहां से गढ़वाल के कई जिलों में मिठाई की सप्लाई की जा रही थी। प्रशासन की टीम ने मौके पर मिठाइयों के नमूने लिए और करीब 15 कुंतल मिठाई को नष्ट कर दिया। उप जिलाधिकारी ने बताया कि मौके पर दुकानदार का चालान किया गया। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: स्थानीय प्रशासन ने हरिद्वार रोड नंदू फार्म के समीप एक दुकान में मिलावटी मिठाई बनाने वाले बड़े कारोबार का भंडाफोड़ किया है। होली के मद्देनजर यहां से गढ़वाल के कई जिलों में मिठाई की सप्लाई की जा रही थी। प्रशासन की टीम ने मौके पर मिठाइयों के नमूने लिए और करीब 15 कुंतल मिठाई को नष्ट कर दिया। उप जिलाधिकारी ने बताया कि मौके पर दुकानदार का चालान किया गया। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी।
Þदैनिक जागरण' ने रविवार के अंक में ऋषिकेश में होली के त्योहार को देखते हुए मिठाइयों में मिलावट का समाचार 'मिलावटखोरों से रहें सावधान, संभलकर खरीदें मिठाई' शीर्षक से प्रकाशित किया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन ने रविवार को शहर की करीब एक दर्जन मिठाई की दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इन सभी के यहां से मिठाई के सैंपल लिए गए हैं। उप जिलाधिकारी प्रेमलाल के नेतृत्व में गठित टीम को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब प्रशासन को पता चला कि हरिद्वार मार्ग नंदू फार्म के समीप राजपूत स्वीट शॉप के नाम से एक मिठाई की दुकान है। इस दुकानदार के पास सिर्फ मिठाई बेचने का रिटेल का लाइसेंस है। मिठाई बनाने का लाइसेंस उसके पास नहीं है। मौके पर उपजिलाधिकारी के साथ तहसीलदार रेखा आर्य, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मंजू कुमारी, पुलिस चौकी प्रभारी एम्स रामनरेश शर्मा की टीम ने इस दुकान के अंदर बने कारखाने में छापा मारा। उप जिलाधिकारी ने बताया कि दुकान के पिछले हिस्से में अवैध रूप से मिठाई बनाने का कारखाना संचालित किया जा रहा था। मौके पर 50 लीटर के दो ड्रम, पांच कनस्तर मिले हैं। जिसमें रसायन भरा हुआ था। मौके पर मावा, मिल्क केक और रसगुल्ले तैयार किए गए थे।
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बिना लाइसेंस बनाई जा रही थी मिठाई
उपजिलाधिकारी प्रेमलाल ने बताया कि दुकानदार से जब पूछताछ की गई तो उसने लाइसेंस दिखाया। उसके पास रिटेल में मिठाई बेचने का लाइसेंस था। उसे दुकान या कारखाने में मिठाई बनाने और उसे आपूर्ति करने का कोई अधिकार नहीं था। उन्होंने बताया कि यहां से ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र ही नहीं बल्कि गढ़वाल मंडल के कई इलाकों में थोक में मिठाई मावा और मिल्क केक की आपूर्ति की जा रही है।
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महिला ने खाई मिठाई
स्वयं को पाक साफ बताने के लिए कारखाना संचालक की पत्नी ने मौके पर बनी मिठाई खाकर भी दिखाई। मगर, प्रशासन के अधिकारी इनके झांसे में नहीं आए। टीम के सदस्यों ने मौके पर बनाए गए लड्डू जब दीवार पर मारे तो वह दीवार पर ही चिपक गए।