उत्तराखंड में 25 नवंबर को इंटरनेशनल बुद्धिस्ट फेस्टिवल, बनेंगे कर्इ रिकॉर्ड
उत्तराखंड में 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कर्इ रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में उत्तराखंड के डिप्टी एडवोकेट जनरल मनोज गोरकेला, राज्य सरकार और एक निजी विश्वविद्यालय के सहयोग से इसका आयोजन किया जा रहा है। इस फेस्टिवल में कुछ नए रिकॉर्ड्स भी बनाने की तैयारी है। इसमें केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलौत को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड के डिप्टी एडवोकेट जनरल मनोज गोरकेला ने बताया कि उनका मकसद उत्तराखंड में बुद्धिस्ट टूरिज्म को बढ़ाना है। इसके लिए 25 नवंबर को उत्तराखंड में इंटरनेशनल बुद्धिस्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वालों को इंटरनेशनल पीस एंड जस्टिस सम्मान दिया जाएगा।
गोरकेला ने बताया कि इस कार्यक्रम को विश्व का सबसे बड़ा बुद्धिस्ट फेस्टिवल बनाने के रिकॉर्ड की तैयारी है। इसके लिए गिनीज और गोल्डन बुक और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। साथ ही एक हजार बौद्ध भिक्षुओं को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान संविधान और बुद्ध से संबंधित एक-एक हजार पुस्तकें वितरित की जाएंगी। इतना ही नहीं इसी दिन 12 बजकर एक मिनट पर मिनट पर संविधान दिवस मनाया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत केक काटकर यह दिवस मनाएंगे।
उनका कहना है कि इस दौरान वह अपना विवाह बुद्धिस्ट रिवाज के अनुसार करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में विश्व भर से लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसका मकसद उत्तराखंड में पहली बुद्धिस्ट लॉ एकेडमी बनाना भी है। इसके लिए चंपावत में 200 नाली जमीन की तलाश की जा रही है। यहां बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। साथ ही वह उत्तराखंड में एक बुद्धिस्ट टेंपल और मेडिटेशन सेंटर भी बनाना चाहते हैं। उनकी मंशा प्रदेश के एक हजार बच्चों की करियर काउंसलिंग करने की भी है।
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