साले ने ही किए थे जीजा के घर से जेवरात चोरी, चढ़ा पुलिस के हत्थे
डाकपत्थर में यूजेवीएनएल कर्मी के घर से लाखों रुपये के जेवरात और नगदी चोरी मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया।
By Edited By: Published: Fri, 22 May 2020 06:22 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 07:45 PM (IST)
विकासनगर(देहरादून), जेएनएन। कोतवाली अंतर्गत डाकपत्थर में यूजेवीएनएल कर्मी के घर से लाखों रुपये के जेवरात और नगदी चोरी मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। साले ने अपने साथी के साथ मिलकर जीजा के घर से लाखों रुपये के जेवरात और नगदी चोरी की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर चोरी गए सोने चांदी के आभूषण बरामद कर लिए हैं, जबकि आरोपितों ने नगदी से स्मैक पी ली थी। आरोपित साले ने साथी के साथ मिलकर जीजा के घर पर 12 और 13 मई को दिन में ही उस समय चोरी की थी, जब जीजा अपनी पत्नी को लेकर इलाज के लिए देहरादून गए थे।
बता दें कि पुलिस चौकी में यूजेवीएनएल कर्मी सागर राधव निवासी एलवी-1 टोंस कॉलोनी डाकपत्थर की ओर से 20 मई को दी तहरीर में कहा गया था कि जब वह सरकारी आवास एलबी-4 से दूसरे आवास में सामान शिफ्ट कर रहे थे तो अलमारी से लाखों रुपये की ज्वैलरी और नगदी गायब मिली। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अज्ञात चोरों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस टीम में शामिल चौकी प्रभारी डाकपत्थर मुकेश कुमार, दारोगा रतन बिष्ट, सिपाही सोनूराम, कुलवीर कुमार और प्रविंद्र कुमार ने सुरागरसी की। बयान में सागर राघव ने अपने घर और अलमीरा का ताला नहीं टूटना बताया।
पूछताछ के दौरान घर में अपने साले रुपेश शाही और साली वर्षा के आने जाने की बात कही गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पाया कि सागर राघव का साला रुपेश शाही नशे का आदी है और स्मैक पीता है। चौकी प्रभारी ने रुपेश शाही को चौकी पर बुलाकर पूछताछ की तो उसने घटना स्वीकार ली। आरोपित रुपेश शाही निवासी सी-479 टोंस कॉलोनी डाकपत्थर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने जीजा के घर की दूसरी चाबी से अपने दोस्त अंकित निवासी-पी 680 टोंस कॉलोनी के साथ 12 और 13 मई को दिन में घर का ताला खोलकर अलमीरा में रखी ज्वैलरी और नकदी चोरी कर ली थी। नगदी की दोनों ने स्मैक खरीदकर पी ली और ज्वैलरी में से भी कुछ बेची थी।
पुलिस ने अंकित के पास रखे चोरी के सामान सोने का एक गले का हार, कंगन एक जोड़ी, एक अंगूठी, दो मंगलसूत्र, कान के कुंडल एक जोड़ी, चांदी के चार जोड़ी बिछुवे बरामद किए। सीओ भूपेंद्र धोनी और प्रभारी कोतवाल गिरीश नेगी ने बताया कि वादी के बयान से ही लग गया था कि चोरी करने वाला नजदीकी ही है, जिसके चलते पुलिस को सफलता हाथ लगी। करीब चार लाख पचास हजार रुपये के जेवरात बरामद हैं। वहीं आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
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