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मसूरी: पालिकाध्यक्ष बोले, टेंडर प्रक्रिया में बोर्ड और अध्यक्ष को दखल का अधिकार नहीं

निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी के आरोप को मसूरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने सभासदों की ओर से किया जा रहा भ्रामक प्रचार बताया है। उनका कहना है कि सभासद टेंडर प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए उसे बोर्ड के दायरे में लाने की मांग कर रहे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 07:39 PM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 07:39 PM (IST)
मसूरी: पालिकाध्यक्ष बोले, टेंडर प्रक्रिया में बोर्ड और अध्यक्ष को दखल का अधिकार नहीं
टेंडर प्रक्रिया में बोर्ड और अध्यक्ष को दखल का अधिकार नहीं।

मसूरी, जेएनएन। निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी के आरोप को मसूरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने सभासदों की ओर से किया जा रहा भ्रामक प्रचार बताया है। उनका कहना है कि सभासद टेंडर प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए उसे बोर्ड के दायरे में लाने की मांग कर रहे। ऐसा न करने पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं। नियमों के मुताबिक बोर्ड या अध्यक्ष को ऐसे कोई अधिकार प्राप्त ही नहीं हैं। नगर पालिका अधिनियम के तहत बोर्ड सिर्फ कार्यों का पर्यवेक्षण कर सकता है। 

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पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने रविवार को प्रेस को जारी बयान में कहा कि पिछले दो बोर्ड कार्यकाल में भवनकर निर्धारण के घपले में कई सभासद घिर गए हैं। इसकी जांच जिलाधिकारी ने मसूरी उपजिलाधिकारी को सौंपी है। जांच से बौखलाए सभासद अनर्गल बयानबाजी करने लगे हैं। अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि सभासद स्वयं ठेकेदारों से कमीशन मांगने के लिए टेंडर प्रक्रिया को बोर्ड के माध्यम से संचालित कराना चाहते हैं। 

हाल के दिनों में कुछ सभासदों के ठेकेदारों से कमीशन मांगने के ऑडियो भी पालिका को मिले हैं। जल्द इस प्रकरण की भी जांच कराकर संबंधित सभासदों के खिलाफ एफआइआर कराई जाएगी। इसके अलावा पालिकाध्यक्ष ने कहा कि उनसे संबंधित कई शिकायतों की पूर्व में जांच की जा चुकी है। 

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सभासद एक ही शिकायत को उपजिलाधिकारी और मंडलायुक्त को भेज रहे हैं। इसके चलते उन्होंने मंडलायुक्त से अपनी निगरानी में जांच कराने की मांग की थी। इसे स्वीकार करते हुए उपजिलाधिकारी की जांच को रोक दिया गया है। अब प्रकरण में मंडलायुक्त स्वयं जांच कराएंगे।

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