मेडिकल कॉलेज युवाओं को अनुभव पत्र देने में कर रहे आनाकानी, भाजयुमो ने सीएमओ से की शिकायत
शहर के कई निजी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज युवाओं को अनुभव प्रमाण पत्र देने मे आनाकानी कर रहे हैं। वह भी तब जब उन्होंने अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में डेढ़-दो साल तक कार्य किया है। भाजयुमो के कार्यकर्त्ताओं ने शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनूप कुमार डिमरी से की।
जागरण संवाददाता, देहरादून: शहर के कई निजी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज युवाओं को अनुभव प्रमाण पत्र देने मे आनाकानी कर रहे हैं। वह भी तब जब उन्होंने अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में डेढ़-दो साल तक कार्य किया है। भाजयुमो के कार्यकर्त्ताओं ने मामले की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनूप कुमार डिमरी से की है।
भाजयुमो के पूर्व महानगर महामंत्री राजेश रावत के नेतृत्व में चंद्रनगर स्थित सीएमओ कार्यालय पहुंचे कार्यकर्त्ताओं ने मांग की है कि इस मामले में ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार राज्य के प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं को अधिकाधिक रोजगार देने का प्रयास कर रही है। समूह ग के कई पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग में भी स्टाफ नर्स के कई रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। नॄसग के पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से किसी अस्पताल में कार्य करने का अनुभव प्रमाण पत्र मांगा गया है। पर आश्चर्य इस बात की है कि निजी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज अभ्यर्थियों की डेढ़-दो साल सेवा के बाद भी उन्हें अनुभव प्रमाण पत्र नहीं दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें- जागरूक करने के साथ ही विषम हालात में मदद करेगी कोविड अकादमी
सरकारी नौकरी के अलावा प्रशिक्षित बेरोजगारों को अपने अथवा दूसरे राज्य में भी निजी संस्थानों में नौकरी के लिए आवेदन करना होता है। जिसके लिए भी अनुभव प्रमाण पत्र जरूरी होता है। अनुभव प्रमाण पत्र न मिलने की वजह से प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी के लिए आवेदन करने से वंचित रहना पड़ रहा है। इस संर्दभ में संबंधित अस्पताल प्रबंधनों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। ताकि किसी भी प्रशिक्षित युवा को आवेदन करने से वंचित न रहना पड़े। ज्ञापन देने वालों में सचिन कुमार, हरीश कुमार, विवेक डंगवाल, गौरव कनौजिया, शुभम कुमार, दीनदयाल पांडे, विजेंद्र पाल, पवन गौड़, करण नयाल आदि शामिल रहे।
यह भी पढ़ें-Haridwar Kumbh Mela 2021: कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत बोले, सड़क निर्माण कार्य 20 तक पूरे किए जाएं