उप प्रधान चुनाव में भाजपा जिलाध्यक्ष के भाई हारे Dehradun News
दून में 399 ग्राम पंचायतों में उप प्रधान पद का चुनाव कराया गया। रायपुर ब्लॉक क्षेत्र में मालदेवता ग्राम पंचायत में भाजपा जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर के भाई नरेश हारे।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में 399 ग्राम पंचायतों में उप प्रधान पद का चुनाव कराया गया। रायपुर ब्लॉक क्षेत्र में मालदेवता ग्राम पंचायत में भाजपा जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर के भाई नरेश को हार का सामना करना पड़ा। यहां निर्वाचित हुए उप प्रधान सत्येंद्र चौहान को पांच और नरेश को दो वोट मिले।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पंचस्थानी सुशील जोशी ने बताया कि मुख्यालय से गई पोलिंग पार्टियों ने खुली बैठक में उम्मीदवारों का चयन और फिर वोटिंग की प्रक्रिया पूर्ण कराई। चुनाव खुली बैठक में होने के कारण स्थानीय स्तर पर नतीजे तो सार्वजनिक हो गए, लेकिन आधिकारिक घोषणा गुरुवार को सभी पोलिंग पार्टियों के लौट आने के बाद निर्वाचन कार्यालय की ओर से की जाएगी। चुनाव के दौरान ग्राम पंचायतों में गहमा-गहमी रही। वोट करने वाले ग्राम पंचायत सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए मान-मनौव्वल का दौर काफी देर तक चलता रहा। कई ग्राम पंचायतों में आपसी सहमति से उप प्रधानों का निर्वाचन निर्विरोध पूरा हो गया।
कहां कितनी ग्राम पंचायतों में हुआ चुनाव
- चकराता--------------116
- कालसी---------------110
- विकासनगर-----------52
- सहसपुर---------------50
- रायपुर----------------35
- डोईवाला--------------63
36 ग्राम पंचायतों को मिले उप्र प्रधान
डोईवाला विकासखंड की 36 ग्राम सभाओं में बुधवार को उपप्रधान पद के लिए एक दो ग्राम पंचायतों को छोड़कर सभी जगह शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हो गए। 18 ग्राम पंचायतों में निर्विरोध उप प्रधान चुने गए। दो उप्रधानों का चुनाव लॉटरी के माध्यम से किया गया।
डोईवाला विकासखंड में प्रभारी खंड विकास अधिकारी भगवान सिंह नेगी सहायक खंड विकास अधिकारी जगदीश रावत व एडीओ पंचायत श्याम लाल जोशी की देखरेख में 36 ग्राम पंचायतों में निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हुई।
चुनाव में हंगामा
डोईवाला विकासखंड के सिमलास ग्रांट में उपप्रधान पद को लेकर हंगामा हो गया। जिसके चलते चुनाव अधिकारी आरएस असवाल को पुलिस बुलानी पड़ी। जिसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। चुनाव में मंजू कन्याल को पांच व जसविंदर कौर को चार वोट पड़े। जिसमें एक वोट निरस्त हुआ। इस तरह मंजू कन्याल को दो वोट से जीत मिली। चुनाव अधिकारी आरएस असवाल ने बताया कि उम्मीदवारों के प्रस्तावक एक ही होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई। बाद में मामला शांत हो गया।
नागल बुलंदावला में एक नामांकन रद
नागल बुलंदावाला में उपप्रधान के लिए माया देवी का नामांकन रद् होने से वीरेंद्र कुमार निर्विरोध उप प्रधान चुने गए। निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र सिंह गुसाईं ने बताया कि माया देवी के नामांकन प्रपत्र में किसी भी प्रस्तावक के हस्ताक्षर नहीं थे और ना ही प्रस्तावक उपस्थित था।
लॉटरी से चुने गए दो उप प्रधान
एडीओ पंचायत श्याम लाल जोशी ने बताया कि गडूल ग्राम सभा में उपप्रधान पद के लिए किरण व रजनी देवी को चार चार मत पड़े। मुकाबला टाई होने के बाद चुनाव अधिकारी अशोक कुमार भट्ट की देखरेख में लॉटरी से किरण को विजयी घोषित किया गया। इसी तरह रैनापुर ग्राम सभा में वीरेंद्र कोटनाला व महेश के बीच मुकाबला टाई होने के बाद चुनाव अधिकारी सुदामा पुंडीर की देखरेख में लाटरी से वीरेंद्र कोटनाला विजयी घोषित हुए।
बहु प्रधान जेठ उप प्रधान
ग्राम सभा गुमानीवाला में उपप्रधान के चुनाव में राजेश व्यास निर्विरोध निर्वाचित हुए। पूर्व में 2003 में वह गुमानी वाला के निर्विरोध उपप्रधान रहे। पंचायत चुनाव में इनके छोटे भाई की पत्नी दीपिका व्यास पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों से जीती थी।
निर्विरोध बने उप प्रधान।
- मारखमग्रांट----------पिंकी देवी
- प्रतीतनगर----------अंजना चौहान
- लिस्ट्राबाद----------संदीप
- रानीपोखरी मौजा----नितेश रावत
- खैरी कला---------राजेंद्र सिंह
- जोगीवाला----------अंबिका रागड
- कालूवाला----------ज्योति
- रायवाला, जयानंद
- गुमानीवाला---------राजेश व्यास
- कोडसी बीना----------देवी
- बड़कोट माफी---------अनुजा रावत
- बागी--------------------निशा रावत
- सारंधरवाला----------विशाल तोमर
- रखवाल गांव----------लक्ष्मी रावत
- साहबनगर----------सरिता
- गढ़ीमयचक----------सुबोध खंतवाल
- गौहरीमाफी----------रेखा
जौनसार व पछवादून में 167 उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशन में बुधवार को जौनसार-बावर व पछवादून के चारों ब्लॉक क्षेत्र की कुल 330 पंचायतों में उपप्रधान पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। देर शाम तक ब्लॉक कार्यालय को प्राप्त सूचना के आधार पर चकराता, कालसी व विकासनगर तीन ब्लॉक क्षेत्र में 167 उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित हुए। जबकि 32 पंचायतों में उपप्रधान पद के लिए चुनाव कराए गए। कितरोली पंचायत में किसी ने भी नामांकन पर्चा नहीं भरा जिस कारण यहां पद खाली हो गया। बीडीओ चकराता अनीता पंवार ने कहा कि दुर्गम इलाकों से सभी पोलिंग पार्टियों के ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने पर सही जानकारी पता चलेगी।
चकराता ब्लॉक क्षेत्र की कुल 116 ग्राम पंचायतों में उपप्रधान पद के लिए संबंधित पंचायतीघर व राजकीय विद्यालय में चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। बीडीओ अनिता पंवार व एडीओ पंचायत बालस्वरुप ने कहा चकराता क्षेत्र की डूंगरी पंचायत में उपप्रधान पद के लिए चुनाव हुए। यहां सात वार्ड सदस्यों में से छह ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव के बाद शाम को मतगणना के दौरान उपप्रधान के प्रत्याशियों को तीन-तीन वोट मिले। दोनों को बराबर वोट मिलने से यहां उपप्रधान पद के लिए पर्ची डाली गई। जिसमें शूरवीर सिंह की लॉटरी खुली। संबंधित निर्वाचन अधिकारी ने पर्ची निकलने से उपप्रधान बने शूरवीर सिंह को निर्वाचित घोषित किया। इसके अलावा कितरोली पंचायत में उपप्रधान पद के लिए किसी ने कोई नामांकन नहीं कराया। कोई नामांकन जमा नहीं होने से यहां पद रिक्त हो गया। चकराता में देर शाम तक प्राप्त सूचना के आधार पर चातरा पंचायत से जयकिशन, कांडा पंचायत रोशनलाल व मैंद्रथ पंचायत से निर्मला समेत कुल 41 उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए। इसकी पुष्टि एडीओ चकराता बालस्वरुप ने की है। इसी तरह कालसी ब्लॉक क्षेत्र की कुल 111 पंचायतों में उपप्रधान पद के चुनाव में 104 उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित हुए।
बीडीओ कालसी सुमन कुटियाल ने कहा कि कालसी क्षेत्र की तिलवाड़ी, कालसी, गडोल, रखटाड़, लखवाड़ व हरिपुर समेत छह पंचायतों में उपप्रधान पद के लिए मतदान हुआ। इसके अलावा यहां हयो-टगरी पंचायत में कोरम पूरा नहीं होने की वजह से ग्राम पंचायत संगठित नहीं हो पायी। इसके चलते उपप्रधान का चुनाव नहीं हो पाया। बीडीओ सुमन कुटियाल ने कालसी क्षेत्र में 104 उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित होने की पुष्टि की है। वहीं, बीडीओ मीना बिष्ट ने कहा कि विकासनगर ब्लॉक क्षेत्र की कुल 53 पंचायतों में से 22 पंचायतों में उपप्रधान निर्विरोध निर्वाचित हुए।
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जबकि तीस अन्य पंचायतों में उपप्रधान पद के लिए चुनाव कराए गए। सहसपुर ब्लॉक की कुल पचास पंचायतों में उप प्रधान पद के लिए हुए चुनाव की कोई स्पष्ट जानकारी बीडीओ शकुंतला शाह के पास नहीं थी। इस दौरान चातरा-हनोल के प्रधान हरिशचंद्र राजगुरु, कांडा के प्रधान तेजपाल सिंह राणा मैंद्रथ के प्रधान रमेश डोभाल, केराड़ दीर्घाकार बहुउद्देशीय सहकारी समिति के सभापति मातबर सिंह चौहान व स्याणा मोहनलाल सेमवाल, रोशनलाल, विक्रम सिह, सूरज, भूपेंद्र सिंह, चतरु, महेंद्र सिंह, मोहनलाल आदि मौजूद रहे।
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