बिस्सू मेला हुआ शुरू, बिखरी लोक संस्कृति की अनोखी छटा
मसूरी में देबीकोल मेले के साथ ही पूरे क्षेत्र में बिस्सू मेले की शुरुआत हो गई है। यहां लोक संस्कृति की अनोखी छटा देखने को मिली।
मसूरी, जेएनएन। देबीकोल पहाड़ी पर मां भद्रकाली मंदिर प्रांगण में देबीकोल मेले के साथ ही पूरे क्षेत्र में बैसाखी मेले (बिस्सू मेले) का शुभारंभ हो गया है। इस मौके पर महिलाओं ने लोक संस्कृति की अनोखी छटा बिखेरी। जहां एक ओर मंदिर समिति ने मां भद्रकाली का विधिवत पूजन-हवन किया, वहीं श्रद्धालुओं ने मां से आशीर्वाद लेकर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
देबीकोल मेले में मौसम ने भी पूरी तरह साथ दिया और विहंगम नजारों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। मंदिर के पुजारी ब्रह्मानंद बिजल्वाण के नेतृत्व में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद ढोल दमाऊ और रणसिंघे की गूंज पर कई पश्वाओं पर भद्रराज देवता व मां भद्रकाली अवतरित हुईं।
मेले में आई महिलाओं ने रासो, तांदी, धुमसू और जंगूबाजी की अद्भुत छटा बिखेरी जिसका पुरुषों ने भी पूरा साथ दिया। इस मौके पर मंदिर समिति अध्यक्ष जोधसिंह रावत, कोषाध्यक्ष नागेंद्र सिंह रावत, महामंत्री नागेंद्र सिंह राणा, सरदार सिंह रावत, गोविंद सिंह रावत, शमशेर सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
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