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पहले दिन बैंकों में 502 करोड़ का लेन-देन प्रभावित

राजधानी में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन सुबह से पीएनबी, एसबीआइ, केनरा बैंक समेत तमाम अन्य बैंक बंद रहे। इस दौरान प्रदेशभर में करीब 502 करोड़ का लेन-देन प्रभावित रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:31 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 07:31 PM (IST)
पहले दिन बैंकों में 502 करोड़ का लेन-देन प्रभावित
पहले दिन बैंकों में 502 करोड़ का लेन-देन प्रभावित

जागरण संवाददाता, देहरादून: दून में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन सुबह से पीएनबी, एसबीआइ, केनरा समेत तमाम बैंक बंद रहे। कुछ शाखाएं खलीं भी तो वहां कर्मचारी नदारद रहे। इससे बैंकों में पूरे दिन कामकाज ठप रहा। एक अनुमान के मुताबिक मंगलवार को प्रदेशभर के बैंकों में 502 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित रहा। वहीं, बुधवार को दूसरे दिन भी बैंकों में हड़ताल जारी रहेगी, जिससे ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

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मंगलवार सुबह उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के बैनर तले विभिन्न बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी राजपुर रोड स्थित केनरा बैंक के समीप एकत्रित हुए और यहां उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने गांधी पार्क के बाहर भी धरना दिया। यूनियन के महामंत्री जगमोहन मेंदीरत्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियां कर्मचारी विरोधी हैं। बैंकों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है, जो न बैंक के हित में है और न कार्मिकों के। कहा कि सरकार निजी बैंकों को लाइसेंस जारी करने में लगी है और वर्षो से सरकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों का भली-भांति क्रियान्वयन करने वाले बैंकों का निजी बैंकों में विलय किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने पेंशन वृद्धि, नए कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम, बैंकों में रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती की मांग भी दोहराई। प्रदर्शन में ग्रामीण बैंक अधिकारी यूनियन के महामंत्री भुवन सिंह बिष्ट, ग्रामीण बैंक कर्मचारी यूनियन के महासचिव राजेंद्र सिंह, सीके जोशी, एलएम बडोनी, विनय कुमार समेत कई अन्य शामिल रहे। लोगों के कई काम अटके काम

बैंकों की हड़ताल की जानकारी न होने की वजह से लोग भटकते नजर आए। लोग लेन-देन संबंधी कार्यो के लिए बैंकों में पहुंचे, लेकिन वे बैंकों में ताला लटका देख मायूस लौट गए। 1200 शाखाओं में कामकाज रहा ठप

प्रदेशभर में विभिन्न बैंकों की करीब 1200 शाखाओं में पूरे दिन कामकाज नहीं हुआ। करीब 85 फीसद से ज्यादा शाखाएं सुबह से ही नहीं खुलीं। जबकि कुछ शाखाओं में कर्मचारियों के न पहुंचने के कारण काम ठप रहा। प्रदेशभर में करीब पांच हजार अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे। एटीएम से भी नहीं निकले नोट

शहरभर के बैंक बंद होने की वजह से दर्जनों एटीएम में नकदी का संकट रहा। बैंक बंद होने के कारण कई एटीएम में नकदी नहीं डाली जा सकी। राजपुर रोड, चकराता रोड, पटेलनगर, सहारनपुर रोड, क्लेमेनटाउन समेत कई अन्य क्षेत्रों में एटीएम में नकदी खत्म रही। डाक घर में भी कामकाज प्रभावित

डाकघरों में भी हड़ताल का असर देखने को मिला। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ (ग्रुप-सी)-पोस्टमैन-ग्रुप-डी एवं नेशनल यूनियन पोस्टमेन एवं ग्रुप-डी के करीब साढ़े चार हजार से ज्यादा डाककर्मी हड़ताल में शामिल रहे। मंगलवार को घंटाघर स्थित मुख्य डाकघर में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रांतीय सचिव आरपी उनियाल ने कहा कि डाकघरों में कार्य बाधित है। उनकी मांगों में सभी संवर्गो में रिक्त पदों पर भर्ती, सीएसआइ एवं आरआइसीटी संबंधी समस्याओं का निस्तारण, पुरानी पेंशन योजना की बहाली समेत कई अन्य शामिल हैं।


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