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सरकार ने ली बल्लीवाला की सुध, सीएम करेंगे दौरा

करीब ढाई साल के छोटे अंतराल में ही बल्लीवाला फ्लाईओवर पर 13 मौतों के बाद सरकार नींद से जाग गई। सीएम आज फ्लाईओवर का निरीक्षण करेंग और खामियों को दूर करने की योजना बनाई जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 03:07 AM (IST)
सरकार ने ली बल्लीवाला की सुध, सीएम करेंगे दौरा
सरकार ने ली बल्लीवाला की सुध, सीएम करेंगे दौरा

जागरण संवाददाता, देहरादून: करीब ढाई साल के छोटे अंतराल में ही बल्लीवाला फ्लाईओवर पर 13 मौतों के बाद आखिरकार सरकार ने इसकी सुध ले ही ली। खूनी फ्लाईओवर के रूप में कुख्यात को हो चुके इस संकरे फ्लाईओवर का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को अधिकारियों के साथ जायजा लेंगे। जागरण शुरुआत से ही फ्लाईओवर के मानकों के विपरीत निर्माण और इसकी तकनीकी खामियों को लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित करता रहा है। हाईकोर्ट भी खूनी फ्लाईओवर का संज्ञान ले चुका है और कोर्ट के आदेश पर ही यहां पर एक और डबल लेन फ्लाईओवर के निर्माण की संभावनाएं तलाशी गईं। यह बात और है कि लोगों की सुरक्षा के आगे निर्माण की लागत को बहुत अधिक आंकते हुए शासन ने इस रिपोर्ट को डंप कर रखा है।

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बीते बुधवार को तड़के जब इस फ्लाईओवर पर हादसे में एक और युवक की मौत हुई तो जागरण ने सिस्टम को झकझोरते हुए 'आखिर कितनी और मौतों का इंतजार है सरकार ' खबर प्रकाशित की। खबर में बताया गया कि किस तरह शासन 110 करोड़ रुपये की राशि को लोगों की जान से अधिक आंक रहा है। साथ ही बताया गया कि किस तरह कई दफा चेताने के बाद भी अधिकारियों ने फोर-लेन में स्वीकृति के बाद भी इसका निर्माण डबल लेन में जारी रखा। इस अनदेखी की कीमत अब लोगों को चुकानी पड़ रही है। हालांकि, देर से ही सही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसका संज्ञान लिया और स्वयं वह सोमवार को इसका दौरा करेंगे। उनके निरीक्षण के दौरान लोनिवि व जिला प्रशासन के अधिकारी भी साथ रहेंगे। इसलिए जरूरी है एक और फ्लाईओवर

महज डबल लेन फ्लाईओवर पर दोनों तरफ के वाहन गुजरते हैं। ऐसे में एक तरफ महज सिंगल लेन होने के चलते मोड़ वाले हिस्सा पर वाहन दुर्घटाग्रस्त हो जाते हैं। यदि यहां पर एक और फ्लाईओवर बन जाए तो एक फ्लाईओवर से एक ही दिशा वाले वाहन गुजरेंगे और यातायात सुगम हो पाएगा। फिजिबिलिटी रिपोर्ट में इस तरह बनाया गया खाका

-जमीन अधिग्रहण पर करीब 90 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और लगभग 7000 वर्गमीटर जमीन का अधिग्रहण करना होगा। इसमें यूटिलिटी शिफ्टिंग का खंर्च भी शामिल है।

-दूसरी तरफ फ्लाईओवर के निर्माण में महज 20 करोड़ रुपये का ही खर्च आंका गया है। फ्लाईओवर बना तो यह होगा स्वरूप

-लंबाई, करीब 800 मीटर

-एप्रोच रोड, दोनों तरफ करीब 100-100 मीटर

-चौड़ाई, 8.50 मीटर (डबल लेन)


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