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उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख, बदरीनाथ हाइवे बंद; केदारनाथ में हेली सेवा प्रभावित

बदरीनाथ के पास मलबा आने से हाईवे फिर बंद हो गया। इसके चलते तीन हजार से ज्यादा यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका गया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 07:32 PM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 08:31 PM (IST)
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख, बदरीनाथ हाइवे बंद; केदारनाथ में हेली सेवा प्रभावित
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख, बदरीनाथ हाइवे बंद; केदारनाथ में हेली सेवा प्रभावित

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख बना हुआ है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड के साथ ही उच्च हिमालय में चोटियों पर बर्फबारी का क्रम जारी है। दूसरी ओर बदरीनाथ के पास मलबा आने से हाईवे फिर बंद हो गया। इसके चलते तीन हजार से ज्यादा यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका गया है। मौसम का असर केदारनाथ में हेली सेवा पर भी पड़ा है। सोमवार को दिनभर में महज तीन उड़ान ही संचालित की जा सकीं। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम के मिजाज में बदलाव की संभावना नहीं है। मंगलवार को भी पर्वतीय क्षेत्रों के साथ मैदानों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की आशंका बनी हुई है।

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प्रदेश में शनिवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश सोमवार को भी जारी रही। पर्वतीय क्षेत्रों में जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें बाधित हो रही है। बदरीनाथ के निकट लामबगड़ में रविवार को पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण हाईवे बंद हो गया था। सोमवार सुबह करीब 10 बजे मलबा हटाने के बाद यातायात बहाल हो पाया, लेकिन यह स्थिति महज तीन घंटे तक रही। दोपहर बाद बारिश शुरू होते ही हाईवे फिर बंद हो गया।

जोशीमठ के नायाब तहसीलदार बल्लूलाल ने बताया कि पहाड़ी से रुक-रुक कर मलबा गिरने का क्रम बना हुआ है। उन्होंने बताया कि सीमा सड़क संगठन की टीम मलबा हटाने का प्रयास कर रही है, लेकिन कहा नहीं जा सकता कि इसमें कितना वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि हालात को देखते हुए यात्रियों को बदरीनाथ, पांडुकेश्वर और जोशीमठ में रोका गया है। वहीं, यमुनोत्री हाईवे पर भी मलबा आने से आवाजाही बाधित हो रही है।

दूसरी ओर बारिश और कोहरे के कारण केदारनाथ के लिए संचालित होने वाली हेली सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। हेली सेवाओं के सहायक नोडल अधिकारी एनएस पंवार ने बताया कि सोमवार को सिर्फ तीन उड़ान ही संचालित की जा सकीं। उन्होंने बताया कि अब यात्रियों की संख्या में भी कमी आ रही है। बताया कि 26 सितंबर से अब तक महज 2500 यात्री ही हेली सेवा से दर्शन को गए।

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कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में भी लगातार हो रही बारिश परेशानी का सबब बनी हुई है। पिथौरागढ़-टनकपुर ऑलवेदर रोड पर चट्टान दरकने से जाम लग गया। यात्री दो घंटे से अधिक समय तक मार्ग में फंसे रहे। इसके अलावा टकनपुर-चम्पावत हाईवे पर सोमवार सुबह छह बजे मलबा आने से चार घंटे तक हाईवे बंद रहा। 

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