बैकलॉग भर्ती न होना एससी एसटी के साथ धोखा
विकासनगर मंगलवार को अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड की ऑनलाइन बैठक में विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई। एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि 23 अक्टूबर को वह विभिन्न माध्यमों से राष्ट्रपति प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: मंगलवार को अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड की ऑनलाइन बैठक में शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष संजय भाटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार बैकलॉग भर्ती विशेष अभियान के लिए कई बार आदेश जारी कर चुकी है, लेकिन आज तक बैकलॉग भर्ती के विज्ञापन जारी नहीं किए गए हैं, यह एससी और एसटी वर्ग के साथ धोखा है।
एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बैठक में कहा कि वर्तमान में चल रही प्रवक्ता पदों की काउंसलिग में विभाग ने कई विद्यालयों में पदों को रिक्त नहीं दर्शाया है। इस पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की और निदेशक से आग्रह किया कि रिक्त पदों को दर्शाया जाए और शिक्षकों को समान अवसर प्रदान किये जाए। प्रदेश महामंत्री जितेंद्र सिंह बुटोइया ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 23 अक्टूबर को सभी जनपदों से जिलाधिकारी या उप जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उत्तराखंड की राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन प्रेषित किए जाएंगे। देहरादून में उप जिलाधिकारी विकासनगर के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किए जाएंगे। बैठक में शिक्षक नेता रघुवीर सिंह तोमर ने पदोन्नति में आरक्षण विषयक इरशाद हुसैन आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक न किए जाने पर भी प्रदेश सरकार की आलोचना की। उन्होंने आगामी विधानसभा सत्र में रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखने की मांग की। इस अवसर पर विजय बैरवाण, शिवलाल रडवाल, अर्जुन दत्त शर्मा, सुनील कुमार, वीरेंद्र, संजय कुमार, रेनू भाटिया, मोनिका रानी, अनिल कुमार आदि शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।