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निजी आयुष कॉलेजों की मनमानी के खिलाफ धरना

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों की मनमानी के खिलाफ अब उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) भी मैदान में उतर आया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 08:51 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 08:51 PM (IST)
निजी आयुष कॉलेजों की मनमानी के खिलाफ धरना
निजी आयुष कॉलेजों की मनमानी के खिलाफ धरना

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों की मनमानी के खिलाफ अब उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) भी मैदान में उतर आया है। यूकेडी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को निजी कॉलेजों के छात्रों के साथ मिलकर परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। यह चेतावनी दी कि यदि निजी कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया जाता है तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा। यही नहीं राजभवन, सीएम आवास व सचिवालय कूच की भी चेतावनी उन्होंने दी है। इधर, चार छात्र पवन, अजय, प्रगति और कनिका गुरुवार को क्रमिक अनशन पर रहे। शुक्रवार से इन्होंने आमरण अनशन की चेतावनी दी है।

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यूकेडी जिलाध्यक्ष विजय बौड़ाई के नेतृत्व में धरना स्थल पर एकत्र हुए कार्यकर्ताओं व कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने कहा कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी आयुष कॉलेज उच्च न्यायालय के आदेशों की नाफरमानी कर रहे हैं। न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर छात्र-छात्राओं से बढ़ा हुआ शुल्क वसूला जा रहा है। जिसके विरोध में तमाम छात्र-छात्राएं पिछले सप्ताहभर से आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गेट पर आंदोलन कर रहे थे। बावजूद इसके अब तक इन निजी कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया गया है। यूकेडी पदाधिकारियों ने कहा कि दल पूरी तरह छात्रों के आंदोलन के साथ खड़ा है। यह आरोप लगाया कि निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों में घोर अनियमितताएं बरती जा रही हैं। सरकार व विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा इन कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे जाहिर होता है कि कहीं न कहीं राज्य सरकार का संरक्षण भी कॉलेज संचालकों को प्राप्त है। कॉलेज लगातार शुल्क के नाम पर छात्र-छात्राओं का मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। कहा कि पिछले साल मनमाने ढंग से आयुष-यूजी के शुल्क में दोगुने से अधिक की बढ़ोत्तरी कर दी गई थी। जिसके खिलाफ छात्र व उनके अभिभावक नैनीताल उच्च न्यायालय की शरण में गए। उच्च न्यायालय ने आदेश जारी किया था कि छात्रों से पुरानी फीस ही वसूली जाए। लेकिन निजी कॉलेज न्यायालय के आदेशों की भी नाफरमानी कर रहे हैं। वह छात्रों पर बढ़ी हुई फीस ही जमा करने का दबाव बना रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर छात्रों को बैक पेपर का फॉर्म भी नहीं भरने दिया जा रहा है। उन्होंने ज्ञापन प्रेषित कर राज्यपाल से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। इस दौरान यूकेडी के जिलाध्यक्ष विजय कुमार बौड़ाई, लताफत हुसैन, धर्मेद्र कठैत, अजीत पंवार, बिजेंद्र रावत, भगवती डबराल, प्रमिला रावत समेत छात्र नेता ललित तिवारी, अजय, शिवम शुक्ला, हार्दिक, प्रखर, फैसल सिद्दीकी, भास्कर, दिव्या, कृति, सलमान, आमिर आदि उपस्थित रहे।


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