Move to Jagran APP

ऑस्ट्रिया के रियो का अनूठा अभियान, 105 किमी तैर दिया गंगा स्वच्छता का संदेश

ऑस्ट्रिया के नृत्य शिक्षक राइन हार्ड कोप उर्फ रियो ने अनूठी साहसिक पहल की। उन्होंने श्रीनगर गढ़वाल से ऋषिकेश तक गंगा में 105 किलोमीटर का सफर तैराक बनकर पूरा किया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 08:17 PM (IST)Updated: Mon, 20 May 2019 08:19 PM (IST)
ऑस्ट्रिया के रियो का अनूठा अभियान, 105 किमी तैर दिया गंगा स्वच्छता का संदेश
ऑस्ट्रिया के रियो का अनूठा अभियान, 105 किमी तैर दिया गंगा स्वच्छता का संदेश

ऋषिकेश, जेएनएन। गंगा की स्वच्छता का संदेश देने के लिए ऑस्ट्रिया के नृत्य शिक्षक (डांस टीचर) राइन हार्ड कोप उर्फ रियो ने अनूठी साहसिक पहल की। उन्होंने श्रीनगर गढ़वाल से ऋषिकेश तक गंगा में 105 किलोमीटर का सफर तैराक बनकर पूरा किया। उनका दावा है कि ऐसा करने वाले वह पहले व्यक्ति हैं। वह इस अभियान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी भेजेंगे। 

loksabha election banner

46 वर्षीय राइन हार्ड कोप उर्फ रियो ने इसी महीने की 14 तारीख को श्रीनगर गढ़वाल से अपने अभियान की शुरुआत की। 105 किलोमीटर की यात्रा उन्होंने सात पड़ावों में पूरी की। पहला पड़ाव बागवान, दूसरा देवप्रयाग, तीसरा व्यास घाट, चौथा कौड़ियाला, पांचवां पाथो कैंप व्यासी, छठा गूलर और सातवां ऋषिकेश रहा। सोमवार को आखिरी पड़ाव ऋषिकेश पहुंचने पर रियो ने मीडिया से अपने अभियान का मकसद और अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा, गंगा स्वच्छता का संदेश देने के लिए उन्होंने ऐसा किया। यह अभियान उनके लिए यादगार रहा। 

दस मिनट तक भंवर में फंसे रियो 

रियो को इस अभियान में कई जोखिमों से भी गुजरना पड़ा। अनुभव साझा करते हुए रियो ने बताया के शिवपुरी के निकट एक जगह पर वह गंगा में उठे एक विशाल भंवर में फंस गये थे। भंवर उन्हें काफी गहराई तक ले गया। मगर, उन्हें खुद पर पूरा भरोसा था और आखिर करीब दस मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद इससे सुरक्षित निकलने में सफल रहे। अभियान में एक सेफ्टी राफ्ट और एक सेफ्टी क्याक भी थी। मगर, उन्होंने सिर्फ बड़े रेपिड पर ही इनका सहारा लिया। रेपिड पर चोटिल होने के चलते वह सुरक्षा बोट पर आ जाते और रेपिड समाप्त होते ही फिर से गंगा में तैरने के लिए कूद जाते थे। 

एक दिन में सात से आठ घंटे तैरे 

रियो बताते हैं कि सात दिनों सफर में वह रोजाना सात से आठ घंटे तक तैरे। पर्वतीय क्षेत्रों में बहाव तेज होने के कारण वह एक घंटे में दो किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर रहे थे। मगर, जहां पानी शांत होता वहां तैरने में कठिनाई हुई। बैराज जलाशय में करीब आधा किलोमीटर की दूरी तय करने में ही एक घंटे का समय लग गया। 

योग से मिली ताकत 

रियो वैसे तो सर्वहारी हैं। मगर, भारत में वह अक्सर पारंपरिक शाकाहारी भोजन ही पसंद करते हैं। वह प्रतिदिन योग करते थे। योग और शाकाहारी भोजन ने चुनौती को पार करने की ताकत दी। 

जीवनदायिनी है गंगा

नृत्य शिक्षक रियो कहते हैं कि गंगा भारत के लिए वरदान से कम नहीं है। गंगा जीवनदायिनी है और यह बात सभी लोगों को समझनी होगी। हरिद्वार तक गंगा स्वच्छ और निर्मल है मगर, इससे आगे दूषित हो चुकी है। इसे प्रदूषण से मुक्त करना होगा। उनके अभियान का उद्देश्य भी उनका यही संदेश देना था। 

नृत्य कक्षाएं करते हैं संचालित

रियो बताते हैं कि ऑस्ट्रिया में वे नृत्य कक्षाएं संचालित करते हैं। भारत और खासकर, ऋषिकेश से उन्हें बेहद लगाव है। अब तक वह 15 बार ऋषिकेश आ चुके हैं। तैराकी उनका पसंदीदा शौक है और हमेशा इसका अभ्यास करते रहते हैं।  उन्होंने यह भी बताया कि इससे पूर्व दुनिया की सबसे खतरनाक नदी अमेजोना में भी वह इस तरह का अभियान पूरा कर चुके हैं। तब वह एक महीने तक इस नदी के एक ही रूट पर तैरे थे। भारत में भी कई नदियों और झीलों में तैराकी कर चुके हैं।

अब हरिद्वार से इलाहाबाद

रियो के इस अभियान को आयोजित करने वाले व्हाइटर वर्ल्ड एक्सपीडीशन के संचालक भीम सिंह चौहान ने बताया कि रियो ने बड़ी कुशलता के साथ इस चुनौती को पूरा किया। आने वाले समय में रियो ने हरिद्वार से इलाहबाद तक गंगा में तैरकर जाने की योजना बनाई है। रियो के अभियान को उनके मित्र ऑस्ट्रिया निवासी मार्क्स ने शूट किया है।

पालिकाध्यक्ष ने किया स्वागत

सोमवार को ऋषिकेश में अभियान के समापन अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी ने रियो का स्वागत किया। कहा, साहसिक पर्यटन उत्तराखंड की पहचान है। रियो ने जिस तरह से इस अभियान को पूरा कर गंगा की निर्मलता और स्वास्थ्य का संदेश दिया वह सराहनीय है। 

यह भी पढ़ें: विदेशियों को भा रही तीर्थनगरी की आबोहवा, गंगा तट गुलजार

यह भी पढ़ें: हिंदुओं की आस्था का केंद्र पवित्र कैलास बनेगा विश्व धरोहर, यूनेस्को की मंजूरी

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.