कार्मिकों की कमी से जूझ रहा लेखा परीक्षा विभाग के खाली पदों को तत्काल भरने की मांग
सरकारी योजनाओं के वित्तीय लेखे-जोखे की पारदर्शिता पर नजर रखने वाला लेखा परीक्षा विभाग लंबे अरसे से कार्मिकों की कमी से जूझ रहा है।
देहरादून, जेएनएन। सरकारी योजनाओं के वित्तीय लेखे-जोखे की पारदर्शिता पर नजर रखने वाला लेखा परीक्षा विभाग लंबे अरसे से कार्मिकों की कमी से जूझ रहा है। उत्तराखंड लेखा परीक्षा सेवा संघ ने इन पदों को तत्काल भरने की मांग की है। वर्तमान में यहां 68 फीसद पद खाली हैं। विभाग में स्वीकृत 174 पद के सापेक्ष महज 55 अधिकारी-कर्मचारी ही कार्यरत हैं। इस स्थिति पर चिंता जताते हुए उत्तराखंड लेखा परीक्षा सेवा संघ ने सचिव वित्त अमित नेगी को पत्र लिखकर रिक्त पदों पर जल्द भर्ती शुरू करने की मांग की है।
राज्य के तमाम सरकारी विभागों और निकायों में अनियमितताओं को उजागर करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य का जिम्मा लेखा परीक्षा विभाग संभालता है। बावजूद इसके विभाग में सीधी भर्ती के पदों में शामिल लेखा परीक्षक के 60 पद में से 87 फीसद खाली हैं। वहीं, पदोन्नति से भरे जाने वाले 114 पद में 59 फीसद रिक्त चल रहे हैं। उत्तराखंड लेखा परीक्षा सेवा संघ के अध्यक्ष रमेश पांडे का कहना है कि कई वर्षों से इन पदों पर तैनाती न होने के कारण अधिकारियों-कर्मचारियों में निराशा बढऩे लगी है। आधे से ज्यादा पद खाली होने से हर कार्मिक पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। इसका असर सरकारी योजनाओं के ऑडिट पर भी पड़ रहा है। उन्होंने खाली पदों को तत्काल भरने की मांग की है। वहीं, सचिव वित्त अमित नेगी का कहना है कि ऑडिट विभाग में रिक्त पदों के लिए अधियाचन शासन को भेज दिया गया है। जहां तक पदोन्नति की बात है तो उसकी प्रक्रिया चल रही है।
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कार्यरत व रिक्त पदों की स्थिति
पदनाम स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त
निदेशक 01 01 0
अपर निदेशक 02 00 02
संयुक्त निदेशक 04 00 04
उप निदेशक 06 02 04
लेखा परीक्षा अधिकारी 28 12 16
सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी 33 30 03
ज्येष्ठ लेखा परीक्षक 40 2 38
लेखा परीक्षक 60 08 52
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