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आइएसबीटी और सिटी जंक्शन मॉल को नीलामी का नोटिस Dehradun News

नगर निगम ने व्यवसायिक भवन कर को लेकर चल रही कार्रवाई के बीच आइएसबीटी व उसके बगल में सिटी जंक्शन मॉल को 88 लाख रुपये भवन कर के लिए दूसरा नोटिस भेजा।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 11:44 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 11:44 AM (IST)
आइएसबीटी और सिटी जंक्शन मॉल को नीलामी का नोटिस Dehradun News
आइएसबीटी और सिटी जंक्शन मॉल को नीलामी का नोटिस Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। नगर निगम ने व्यवसायिक भवन कर को लेकर चल रही कार्रवाई के बीच आइएसबीटी व उसके बगल में सिटी जंक्शन मॉल को 88 लाख रुपये भवन कर के लिए दूसरा नोटिस भेजा। नगर आयुक्त की ओर से दोनों प्रतिष्ठानों को कर चुकाने के लिए एक माह का वक्त दिया गया है। यह चेतावनी दी गई है तय समय में राशि जमा न कराने पर आइएसबीटी व मॉल की कुर्की कर अचल संपत्ति की नीलामी की जाएगी। 

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निगम प्रशासन की ओर से शहर के सभी 100 वार्डों में व्यवसायिक भवनों से भवन कर वसूला जा रहा है। इसी क्रम में पिछले दिनों 150 सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों व प्रतिष्ठानों को व्यवसायिक भवन कर के नोटिस भेजे गए। अभी भवन कर पर बीस फीसद की छूट दी जा रही। पहले यह सीमा 31 दिसंबर थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 15 जनवरी कर दिया और उसके बाद फिर यह सीमा 15 फरवरी तक बढ़ा दी गई। 

इस बीच यह सीमा तीन मर्तबा 29 फरवरी तक बढ़ाई जा चुकी है। अब सीमा समाप्त होने के महज दो दिन ही शेष है। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि अगले 30 दिनों में 15 करोड़ भवन कर वसूले जाने की उम्मीद है। अभी भी कई बड़े संस्थानों पर भवन कर बकाया है। 

इनमें एफआरआइ पर डेढ़ करोड़ रुपये, ऑडिट ऑफिस पर तकरीबन एक करोड़, सचिवालय पर 75 लाख, दूरदर्शन आफिस पर 23 लाख समेत कई बड़े कार्यालय हैं। काफी गैर-सरकारी प्रतिष्ठानों द्वारा भी भवन कर नहीं दिया गया है। ऐसे में जिन भवनों से अब भी कर नहीं मिला है, उन्हें नोटिस भेजे जा रहे। 

इसी क्रम में आइएसबीटी को 39 लाख जबकि इसके बगल में सिटी जंक्शन मॉल को 49 लाख रुपये का नोटिस भेजा गया था, लेकिन कर जमा नहीं हुआ। अब फिर अंतिम चेतावनी नोटिस भेजा गया है। 

ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण शुरू

सैन्य धाम के निर्माण को लेकर नगर निगम की ओर से सहस्रधारा रोड स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन को दुरुस्त करने का काम आरंभ कर दिया गया है। सवा दो साल से बंद पड़े ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगा कूड़े को इंदौर की तर्ज पर खत्म करने की तैयारी है। नगर निगम ने पहले दिन जेसीबी व पोकलैंड मशीन लगा जमीन को समतल करने का काम शुरू कर दिया है। इसके बाद विशेषज्ञों की टीम दून आकर कूड़ा कैसे निस्तारित करना है, यह काम करेगी।

पिछले सवा दो साल से ट्रेंचिंग ग्राउंड तो बंद पड़ा है, लेकिन वहां कूड़ा ज्यों का त्यों पड़ा है। अब तीन रोज पहले ही सरकार की ओर से ट्रेंचिंग ग्राउंड की चार हेक्टेयर भूमि पर सैन्य धाम और बाकी चार हेक्टेयर भूमि पर सिटी पार्क बनाने का फैसला लिया गया है। ऐसे में अब ट्रेंचिंग ग्राउंड में फैला कूड़ा वैज्ञानिक ढंग से निस्तारित करना निगम की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। 

निगम की ओर से इंदौर की तर्ज पर कूड़े के निस्तारण का फैसला लिया गया है। गुरुवार को नगर निगम की टीमों ने वहां मोर्चा संभाल लिया व अवैध झुग्गियों को भी ध्वस्त कर दिया गया। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि वहां लगे कूड़े के ढेर को बायो रेमिडिएशन पद्धति के जरिए निस्तारित किया जाएगा। 

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ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगभग 10 लाख मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा जमा है। ऐसे में इसका निस्तारण करने में एक साल का समय लग सकता है। इसके लिए खनिज वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों की टीम भी यहां जल्द आएगी। नगर आयुक्त ने बताया कि बायो रेमिडिएशन पद्धति में आरडीएफ व कंपोस्ट को कूड़े से अलग किया जाता है। शेष की वैज्ञानिक ढंग से कैपिंग की जाती है। जहां चार हेक्टेयर में कूड़ा है, वहां 15 साल तक निर्माण कार्य नहीं हो सकता है। ऐसे में सैन्य धाम उस चार हेक्टेयर जमीन पर बनेगा, जो खाली है।

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