Haridwar Kumbh Mela 2021: नमामि गंगे में हरिद्वार कुंभ के लिए 84 करोड़ का तोहफा, पढ़िए पूरी खबर
अगले साल होने वाले कुंभ की तैयारियों में जुटी राज्य सरकार को केंद्र ने दीपावली पर 84.59 करोड़ की धनराशि का तोहफा दिया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत चल रही नमामि गंगे परियोजना के तहत कुंभ मेले के लिए 79.12 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। Haridwar Kumbh Mela 2021 हरिद्वार में अगले साल होने वाले कुंभ की तैयारियों में जुटी राज्य सरकार को केंद्र ने दीपावली पर 84.59 करोड़ की धनराशि का तोहफा दिया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत चल रही नमामि गंगे परियोजना के तहत कुंभ मेले के लिए 79.12 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है। कुंभ मेला क्षेत्र में स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और जनजागरण में इसका उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही पेयजल निगम के लिए 2.55 करोड़ और उत्तराखंड जल संस्थान के लिए 2.92 करोड़ की धनराशि भी केंद्र ने स्वीकृत की है।
प्रदेश सरकार की ओर से कुंभ मेले के लिए नमामि गंगे में धनराशि स्वीकृत करने के मद्देनजर पूर्व में 300 करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए थे। ये प्रस्ताव पिछले महाकुंभ के आयोजन के आधार पर भेजे गए थे, लेकिन अब बदली परिस्थितियों में कुंभ में भीड़ कम रहने और क्षेत्र सीमित होने के दृष्टिगत 84.59 करोड़ रुपये की स्वीकृत दी गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसके लिए लगातार प्रयासरत थे।
उनकी केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से तीन दौर की बातचीत भी हुई थी। शुक्रवार राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की बैठक में कुंभ के लिए यह राशि मंजूर करने पर मुहर लगा दी गई।मुख्यमंत्री ने नमामि गंगे में कुंभ के लिए धनराशि स्वीकृत होने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह राशि मिलने पर कुंभ मेले में स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़े कार्यों को गति मिलेगी। साथ ही इससे श्रद्धालुओं को लाभ भी मिलेगा।
सीएम ने भी मंजूर किए 5.87 करोड़
कुंभ मेले के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी 5.87 करोड़ की धनराशि मंजूर की है। इसके तहत ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट की मरम्मत व प्लेटफार्म पुनर्निर्माण के लिए एक करोड़ और हरिद्वार में सीवर लाइनें बदलने, मेलहोल के चैंबरों के पुनर्निर्माण समेत अन्य कार्यों के लिए 4.87 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। मेलाधिकारी के माध्यम से यह राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
यह भी पढ़ें: बूढ़े फायर वाटर टेंडरों के सहारे 'जंग' लड़ रहा है अग्निशमन विभाग, पढ़िए पूरी खबर