Ankita Murder Case: अंकिता के दोस्त से 7 घंटे तक सवाल-जवाब, पुष्प ने SIT को बताए हत्या से पहले के वाट्सएप चैट
Ankita Murder Case अंकिता के बीच वाट्सएप व अन्य माध्यमों से हुई बातचीत की सत्यता स्थापित करने के लिए एसआइटी ने अंकिता के दोस्त पुष्प को बयान दर्ज कराने के लिए ऋषिकेश बुलाया था। इस दौरान करीब सात घंटे सवाल जवाब हुए।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Ankita Murder Case: अंकिता भंडारी का जम्मू निवासी दोस्त पुष्प गुरुवार को अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही एसआइटी के समक्ष बयान दर्ज कराने के लिए ऋषिकेश पहुंचा। सूत्रों से पता चला है कि एसआइटी ने पुष्प से करीब सात घंटे तक उसके और अंकिता के बीच वाट्सएप व अन्य माध्यमों से हुई बातचीत को लेकर सवाल-जवाब किए।
पुष्प ने एसआइटी को बताया कि अंकिता की हत्या से पहले काफी देर तक उसकी वाट्सएप पर अंकिता से बातचीत हुई। इस दौरान अंकिता रिसार्ट में चल रही गतिविधियों और हत्यारोपितों के उसके प्रति व्यवहार को लेकर मानसिक रूप से काफी परेशान थी।
अंकिता ने किया था रिसेप्शनिस्ट के पद पर ज्वाइन
भाजपा से निकाले जा चुके डा. विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्या के पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर (यमकेश्वर) स्थित वनन्तरा रिसार्ट में अंकिता ने इसी 28 अगस्त को रिसेप्शनिस्ट के पद पर ज्वाइन किया था। पुलकित और उसके साथी अपने काले कारनामों में अंकिता को शामिल करने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे।
पुष्प से साझा करती थी हर हकीकत
उस पर अनैतिक काम के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इसके लिए रुपयों का लालच भी दिया गया। वह नहीं झुकी तो नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी गई। इन प्रताड़नाओं से अंकिता इतनी परेशान हो गई कि ज्वाइनिंग के महज तीन सप्ताह बाद ही दूसरी नौकरी तलाशने लगी थी। पुष्प से वह रिसार्ट और पुलकित व उसके साथियों की हर हकीकत साझा करती थी।
17 सितंबर को भी हुई अंकिता से वाट्सएप चैट
हत्या से एक दिन पहले 17 सितंबर को भी अंकिता की पुष्प से वाट्सएप पर लंबी बातचीत हुई। इसमें अंकिता ने उसे बताया कि रिसार्ट और इसके संचालक अच्छे नहीं हैं। मैनेजर अंकित गुप्ता ने उससे कहा है कि रिसार्ट में वीआइपी गेस्ट आ रहे हैं, उन्हें 'एक्स्ट्रा सर्विस' देनी पड़ेगी। रिसार्ट में चल रही गतिविधियों की हकीकत और पुलकित व उसके साथियों के काले कारनामों की कुछ जानकारियां इसी चैट के माध्यम से सामने आई थीं।
वाट्सएप चैट और फोन काल को महत्वपूर्ण सुबूत
इसलिए पुलिस अंकिता और पुष्प के बीच हुई वाट्सएप चैट और फोन काल को महत्वपूर्ण सुबूत मान रही है। इन्हीं की सत्यता का पता लगाने और कुछ अन्य जानकारी हासिल करने के लिए एसआइटी ने पुष्प को बयान दर्ज कराने के लिए जम्मू से ऋषिकेश बुलाया था। सुबह ही वह रेलवे स्टेशन पहुंचा, जिसके बाद एसआइटी उसे अपने साथ बयान दर्ज करने के लिए ले गई। पूरे दिन में वह लगभग सात घंटे एसआइटी के साथ रहा और इस दौरान पुष्प व एसआइटी के सभी अधिकारियों के फोन बंद रहे।
हत्या से कुछ देर पहले तक भी हुई अंकिता और पुष्प के बीच चैट
सूत्रों की मानें तो बयान दर्ज कराने के दौरान पुष्प ने अंकिता की हत्या का राजफाश होने के बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वाट्सएप चैट को सत्यापित करते हुए कहा कि उसके और अंकिता के बीच यह बातचीत उस समय हुई, जब 18 सिंतबर की रात तीनों आरोपित अंकिता को चीला नहर की तरफ लेकर जा रहे थे। अंकिता स्कूटी पर आरोपित पुलकित के पीछे बैठी थी।
पुष्प का कहना है कि अंकिता को अंदेशा था कि उसके साथ आरोपित कुछ गलत कर सकते हैं, इसीलिए वह उस समय भी उससे चैट कर रही थी। रात को नौ बजे के बाद जब अंकिता का फोन बंद हो गया तो उसने पुलकित को फोन किया। उसके मोबाइल पर घंटी जा रही थी, लेकिन फोन नहीं उठ रहा था। पुष्प ने वाट्सएप चैट के साक्ष्य और घटना से जुड़े कुछ अहम तथ्य भी एसआइटी को उपलब्ध कराए हैं।
24 सितंबर को चीला बैराज में मिला था अंकिता का शव
पौड़ी जिले के श्रीकोट गांव की रहने वाली अंकिता का शव 24 सितंबर को चीला बैराज के पास मिला था। इससे पहले 23 सितंबर को पुलिस ने उसकी हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया था। 24 सितंबर को ही मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की गई। एसआइटी घटनास्थल और रिसार्ट का निरीक्षण करने के साथ अंकिता के स्वजन व रिसार्ट के कर्मचारियों से पूछताछ कर चुकी है।
स्कूटी सौरभ और बाइक किसी महिला के नाम पर
अंकिता की हत्या में इस्तेमाल की गई स्कूटी आरोपित सौरभ भास्कर के, जबकि बाइक किसी महिला के नाम पर है। गुरुवार को एसआइटी ने इन वाहनों की डिटेल निकाली तो यह जानकारी मिली। पुलकित स्कूटी पर अंकिता को घटनास्थल तक लेकर गया था, जबकि अंकित और सौरभ बाइक पर थे।
रिमांड के लिए प्रक्रिया जारी: एसआइटी प्रभारी
एसआइटी प्रभारी डीआइजी पी. रेणुका ने बताया कि इस हत्याकांड में जो भी गवाह सामने आ रहे हैं, सभी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पौड़ी जेल में बंद तीनों आरोपितों को रिमांड पर लेने का सवाल है तो इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। दो-तीन दिन में आरोपितों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी।