Ankita Murder Case : रईसजादे के भाजपा नेता पिता ने खरीदी थी जमीन, लेकिन बिना नक्शा पास हुए कैसे बन गया रिसॉर्ट?
Ankita Murder Case पुलकित आर्या के भाजपा नेता पिता विनोद आर्या ने नियम-कायदे ताक पर रखकर यहां ग्रामीणों की जमीन खरीदकर कैंडी फैक्ट्री लगाई थी। इसका मानचित्र तक पास नहीं कराया गया। फिलहाल प्रशासन ने इसे सील कर ताला जड़ दिया है।
दुर्गा नौटियाल, ऋषिकेश : Ankita Murder Case : अंकिता हत्याकांड के बाद गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट का सच सामने आने लगा है। पुलकित आर्या के भाजपा नेता पिता विनोद आर्या ने नियम-कायदे ताक पर रखकर यहां ग्रामीणों की जमीन खरीदकर कैंडी फैक्ट्री लगाई थी। लेकिन, बाद में यहां रिसॉर्ट भी बना दिया गया। इसका मानचित्र तक पास नहीं कराया गया। फिलहाल प्रशासन ने इसे सील कर ताला जड़ दिया है।
तीर्थनगरी ऋषिकेश से सटे यमकेश्वर के गंगा भोगपुर तल्ला में ग्रामीणों को गुमराह कर जमीन को औने-पौने दामों पर खरीदने का खेल 12 साल पहले शुरू किया गया था। अंकिता भंडारी के हत्यारोपित पुलकित आर्या के पिता पूर्व दायित्वधारी व हरिद्वार निवासी भाजपा नेता डा. विनोद आर्य ने यहां करीब दो बीघा जमीन ग्रामीणों से खरीदी थी।
विनोद आर्या ने आंवला कैंडी बनाने का प्लांट लगाया था
इस जमीन की रजिस्ट्री और दाखिला भी आर्या परिवार के नाम पर है। यहां जमीन खरीदने के बाद डा. विनोद आर्या ने आंवला कैंडी बनाने का प्लांट लगाया, लेकिन जब प्लांट शुरू हुआ तो इससे निकलने वाला अपशिष्ट और गंदा पानी स्थानीय जनता की परेशानी बन गया।
ग्रामीणों ने तब इसका विरोध भी किया। लेकिन, आर्या परिवार का सरकार में रसूख होने के कारण ग्रामीणों की न सुनवाई हुई और न ही इस प्लांट के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई।
वर्ष 2017-18 में पुलकित आर्या ने इसी फैक्ट्री के ऊपरी हिस्से पर रिसॉर्ट बनाने का काम शुरू किया और देखते ही देखते एक दर्जन कमरों वाला वनन्तरा रिसॉर्ट खड़ा कर दिया। आंवला कैंडी बनाने का प्लांट पिछले हिस्से में जारी रहा।
शुरुआत में पुलकित ने बंगाल मूल के किसी व्यक्ति को उक्त रिसॉर्ट किराये पर संचालन के लिए दिया था, मगर आमदनी न होने पर उसने करार तोड़ दिया। जिसके बाद पुलकित ने खुद ही रिसॉर्ट का संचालन संभाला।
ग्रामीणों की मानें तो इस रिसॉर्ट में पर्यटक तो कभी-कभार ही आते थे, मगर यहां पुलकित व उसके दोस्तों की अय्याशी का अड्डा जरूर बन गया। अंकिता हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में इस तरह के रिसॉर्ट के जांच के आदेश दिए तो पौड़ी प्रशासन ने वनन्तरा की भी फाइल को टटोलना शुरू कर दिया।
प्रारंभिक जांच के आधार पर तहसीलदार मनजीत सिंह गिल ने बताया कि रिसॉर्ट का निर्माण अवैध रूप से कराया गया। किसी एजेंसी से मानचित्र तक मंजूर नहीं कराया गया। उक्त जमीन का लैंडयूज फैक्ट्री लगाने या फिर व्यवसायिक उपयोग के लिए बदला गया था या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है।
लकड़ी का अवैध दोहन भी हुआ
पुलकित का कैंडी कारखाना लकड़ी के अवैध दोहन के लिए भी बदनाम है। बताया जा रहा कि यहां कैंडी तैयार करने की भट्टी में जलाने को भारी मात्रा में लकड़ी की जरूरत होती है। यहां लकड़ियां कहीं बाहरी क्षेत्र से नहीं, बल्कि आसपास के जंगल से ही लाई जाती हैं।
बताया जा रहा कि गंगा में बहकर आने वाली लकड़ियों का अवैध दोहन तक किया जा रहा था। रिसॉर्ट के आसपास का पूरा क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व का क्षेत्र है। जहां लकड़ियां दोहन पूरी तरह गैरकानूनी है, लेकिन रिजर्व के जिम्मेदार अधिकारियों ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया।
हर जनपद में इंस्पेक्टर तैयार करेंगे रिसॉर्ट की रिपोर्ट
अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद पुलिस ने प्रदेश में सभी रिसॉर्ट की जांच शुरू कर दी है। शनिवार को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पुलिस के सभी जिला प्रभारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बैठक कर एक सप्ताह में रिसॉर्ट की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने अशोक कुमार ने बताया कि हर जिले में एक इंस्पेक्टर को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह राजस्व व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ रिसॉर्ट में जाकर देखेंगे कि वह नियमानुसार बना हुआ है या नहीं। जिस जमीन पर रिसॉर्ट बना है वह वैध है या अवैध।
यदि रिसॉर्ट अवैध बना है तो इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। इसके अलावा एलआइयू की टीम अलग से रिसॉर्ट में जाकर वहां पर चल रही गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार करेगी।