एम्स और राजकीय चिकित्सालय में वैक्सीनेशन आज
जागरण संवाददाता ऋषिकेश कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए तीर्थनगरी में पूरी तैयारी कर दी गई है। पहले चरण में फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर को टीका लगाया जाना है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए तीर्थनगरी में पूरी तैयारी कर दी गई है। पहले चरण में फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर को टीका लगाया जाना है। ऋषिकेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान तथा एसपीएस राजकीय चिकित्सालय को केंद्र बनाया गया है। पहले दिन दोनों केंद्रों पर 100-100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
कोविड-19 की वैक्सीन के तैयार होने के बाद इसके वैक्सीनेशन के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रथम चरण में फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर का टीकाकरण किया जा रहा है। जिसके लिए कई दौर के अभ्यास भी किए गए हैं। एम्स ऋषिकेश में पहले चरण में कुल 5,632 फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर तथा अन्य कर्मचारियों का टीकाराकरण किया जाएगा।
शुक्रवार को एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रविकांत व एम्स की वैक्सीनेशन कमेटी की चेयरपर्सन प्रो. वर्तिका सक्सेना ने टीम के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीन चिकित्सालय प्रशासन प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि एम्स के आयुष भवन में स्थापित कोविड वैक्सिनेशन सेंटर में वैक्सीनेशन की सभी प्रक्रिया पूरी कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी का कोविड एप में वैरिफिकेशन व वैक्सीनेशन किया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक व्यक्ति को 30 मिनट तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा, जिससे टीकाकरण के बाद किसी प्रकार के साइड इफेक्ट होने की स्थिति में तत्काल आपात आवश्यक उपचार दिया जा सके। वैक्सिनेशन सेंटर में एईएफआइ सेंटर भी स्थापित किया गया है, जिसका संचालन आपात चिकित्सा क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट की देखरेख में किया जाएगा। वैक्सिनेशन सेंटर में दो प्रतीक्षालय व दो टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। पहले दिन प्रात: 10 बजे से सायं पांच बजे तक सौ से दो सौ व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा। वहीं एसपीएस राजकीय सरकारी ऋषिकेश के ट्रामा सेंटर में भी वैक्सीनेशन के लिए केंद्र बनाया गया है। मुख्य चिकित्साधिक्षक डॉ. एनएस तोमर ने बताया कि शुक्रवार को 100 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जायेगा। केंद्र पर एक चिकित्सक, एक वैक्सीनेटर, एक आशा फैसिलेटर, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर व एक आंगबाडी कार्यकर्ता की तैनाती की गयी है। चिकित्सालय में कुल 148 फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर का वैक्सीनेशन किया जाना है।