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ऋषिकेश के लिए एनडी का उपहार है एम्स और आस्था पथ

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एनडीए सरकार में ऋषिकेश में

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 03:01 AM (IST)
ऋषिकेश के लिए एनडी का उपहार है एम्स और आस्था पथ
ऋषिकेश के लिए एनडी का उपहार है एम्स और आस्था पथ

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एनडीए सरकार में ऋषिकेश में एम्स स्थापना की स्वीकृति दी थी। प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में नारायण दत्त तिवारी ने इस मामले में राजनैतिक भावना से ऊपर उठकर विकास को प्राथमिकता दी। यहां एम्स की स्थापना के लिए जिस गति के साथ उन्होंने बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई। इसे कोई नहीं भुला सकता। मुख्यमंत्री न रहते हुए भी वह समय-समय पर निर्माणाधीन एम्स में आकर यहां की प्रगति की जानकारी लेते थे। त्रिवेणी घाट में आस्था पथ और ढालवाला में हर्बल गार्डन एनडी की ही देन है।

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एनडीए सरकार ने जब ऋषिकेश सहित पूरे देश में छह नए एम्स खोलने की घोषणा की तो तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने इस दिशा में दो कदम आगे बढ़कर कार्य किया। एम्स के लिये भूमि हस्तांतरण, पेयजल, विद्युत, सड़क व अन्य सुविधाओं के लिए उन्होंने तेजी के साथ राज्य सरकार की तरफ से अनापत्ति पत्र जारी कराया और राज्य सरकार के हिस्से का काम वक्त पर पूरा किया। अपने कार्यकाल में एनडी ने ऋषिकेश में आस्था पथ की मंजूरी दी। कार्यदायी संस्था ने इसका नाम मरीन ड्राइव रखा था। मगर, जब वह शिलान्यास करने आए तो उन्होंने ही आस्था पथ नाम दिया। डॉक्टर सुशीला तिवारी हर्बल गार्डन ढालवाला भी एनडी की ही देन है। जब वह मुख्यमंत्री नहीं रहे। तो भी वह अपनी इन स्वपनिल योजनाओं को नहीं भूले। वह अक्सर देर रात तक एम्स और हर्बल गार्डन में पहुंच जाते थे। तब तक एम्स में निदेशक के रूप में प्रोफेसर राजकुमार की नियुक्ति हो गई थी।

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जब एनडी ने सीधे पीएम को फोन किया

पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में जब एनडी तिवारी निर्माणाधीन एम्स में पहुंचे तो कार्य की धीमी गति ने उनको विचलित कर दिया। उनसे रहा न गया, उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय फोन मिलवाया और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन ¨सह से बात कर एम्स के प्रति अपनी पीड़ा जताई। इस दौरान एनडी की आंखों से आंसू टपक पड़े थे। उन्होंने यहां आकर कई मर्तबा केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री और सचिव स्तर के अधिकारियों से बात की। यही ¨चता उनकी हर्बल गार्डन को लेकर थी।

जानकी सेतु और नीलकंठ रोपवे का सपना अधूरा

एनडी तिवारी ने ऋषिकेश से सटे मुनिकीरेती क्षेत्र में जानकी पुल और नीलकंठ रोपवे का भी सपना देखा था। प्रदेश में एनडी सरकार की आखिरी कैबिनेट में जाते-जाते एनडी तिवारी जानकी पुल और नीलकंठ रोपवे के लिये शासनादेश और टोकनमनी जारी कर चुके थे। यह दोनों ही काम यदि धरातल पर आते तो इस क्षेत्र में तीर्थाटन और पर्यटन का और अधिक विकास होता। वर्तमान में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल उस वक्त उनके पर्यटन सलाहकार थे।


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