विधायक चैंपियन बोले, कई दलों ने किया था संपर्क; सरकार आने पर डिप्टी सीएम बनाने का दिया था ऑफर
विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने भाजपा में वापसी के बाद बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि पार्टी से निष्कासन के बाद उनसे कई दलों ने संपर्क किया था।
देहरादून, जेएनएन। हरिद्वार जिले की खानपुर सीट से चर्चित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने भाजपा में वापसी के बाद बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि पार्टी से निष्कासन के बाद उनसे कई दलों ने संपर्क किया था और सरकार आने पर डिप्टी सीएम बनने की भी पेशकश की थी। पर वह बिल्कुल भी नहीं डिगे, क्योंकि उनकी आस्था भारतीय जनता पार्टी में ही रही है।
आपको बता दें कि अनुशासनहीनता के चलते पिछले साल खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, आज सोमवार को विधायक चैंपियन की भाजपा में वापसी हो गई है। वापसी के बाद विधायक ने कहा कि पूर्व में गलतियां हुई थी। उसके लिए मैन माफी मांग ली है। अन्होंने कहा कि निष्कासन के बाद भी वह पार्टी के संपर्क में रहे और कभी पार्टी की रीति-नीति से बाहर नही गए। उन्होंने ये भी दावा किया कि इस दौरान कई दलों ने उनसे संपर्क भी साधा था।
चैंपियन का राजनीतिक सफर
साल 2002 में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन हरिद्वार जिले की लक्सर विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव जीते और तब नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार को उन्होंने समर्थन दिया था। फिर साल 2007 और 2012 का चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीत हासिल की। साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद लक्सर सीट का अस्तित्व खत्म हो गया था, जिसके बाद उन्होंने खानपुर सीट से चुनाव लड़ा और अपना परचम फहराया। फिर मार्च 2016 में चैंपियन ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी और भाजपा का दामन थाम लिया।
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18 साल से ज्यादा का है राजनीतिक करियर
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन विधायक के रूप में अपने 18 साल से ज्यादा के राजनीतिक करियर में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में रह चुके हैं। कांग्रेस में रहते हुए भी वह विवादों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते थे और पार्टी के लिए परेशानी का सबब बनते रहते थे। हालांकि, यह अलग बात है कि कांग्रेस कभी उनके खिलाफ कभी सख्त कदम उठाने का साहस नहीं कर पाई।