Move to Jagran APP

देश की धरोहर हैं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समान रूप से मिले सम्मान

उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों की विभिन्न मांगों को लेकर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों से चर्चा की।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 07:36 PM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 08:10 AM (IST)
देश की धरोहर हैं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समान रूप से मिले सम्मान
देश की धरोहर हैं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समान रूप से मिले सम्मान

देहरादून, जेएनएन। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों की विभिन्न मांगों को लेकर सभी जिलाधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी किसी जिले या राज्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वह पूरे देश की धरोहर हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समान रूप से सम्मान किया जाना चाहिए। 

loksabha election banner

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सभी समस्याओं की मॉनीटरिंग की जाए। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नामित कर उनका फोन नंबर भी प्रचारित किया जाए, जिससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर न भटकना पड़े। 

यह भी पढ़ें: पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ कार्रवाई हुई तो प्रदेश में आंदोलन करेगी कांग्रेस 

अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनपदों की सभी तहसीलों में उस क्षेत्र में निवास कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को अपने क्षेत्र में रह रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जानकारी रहे और आवश्यकता पड़ने पर उनकी समस्याओं का सही समय पर समाधन कर सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था बनायी जाए, जिससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए देहरादून और जनपद मुख्यालयों के चक्कर न काटने पड़े। 

बैठक में बताया गया कि परिवहन निगम की सरकारी बसों की तरह वोल्वो बसों में भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, उनकी विधवाओं को एक सहायक के साथ और पहली पीढ़ी के समस्त उत्तराधिकारियों को निशुल्क यात्रा सुविधा दी जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की पहली पीढ़ी के उत्तराधिकारियों को कुटुंब पेंशन दिए जाने के संबंध में जिलाधिकारियों ने अवगत कराया कि मिल रहे आवेदनों का परीक्षण करते हुए पेंशन दिए जाने को लेकर कार्यवाही पूरी की जा चुकी है। इस पर अपर मुख्य सचिव ने कुटुंब पेंशन दिए जाने के निर्देश दिये गए।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड को मिले कैंपा फंड के 2675 करोड़, विस्थापितों की होगी मदद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.