ऋषिकेश में सड़क पर रखे डिवाइडर बने दुर्घटना का सबब, पढ़िए पूरी खबर
दो वर्ष पूर्व कोतवाली पुलिस ने ऋषिकेश में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हरिद्वार-लक्ष्मणझूला मार्ग को टू-लेन में तब्दील करते हुए यहां सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर लगाए थे। अब दून तिराहे से आगे यह व्यवस्था खत्म हो गयी है। यहां सड़क पर रखे डिवाइडर दुर्घटना का सबब बने हुए हैं।
ऋषिकेश, जेएनएन। करीब दो वर्ष पूर्व कोतवाली पुलिस ने ऋषिकेश में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हरिद्वार-लक्ष्मणझूला मार्ग को टू-लेन में तब्दील करते हुए यहां सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर लगाए थे। मगर, अब दून तिराहे से आगे यह व्यवस्था खत्म हो गयी है और यहां सड़क पर रखे डिवाइडर दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। कोतवाली पुलिस ने दून तिराहे से चंद्रभागा पुल तक छोटे डिवाइडर पर पाइप बांधकर मार्ग को दो हिस्सों में बांटा था। मगर, यहां मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण वाहनों की टक्कर से यह डिवाइडर हटते गए और वर्तमान में यहां सड़क के बीचोंबीच कुछ स्थानों पर ही डिवाइडर बचे हुए हैं।
अस्तव्यस्त हालत में पड़े यह डिवाइडर अब दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। जिन्हें हटाने की जहमत न तो पुलिस ने उठाई और ना ही यहां स्थाई डिवाइडर ही लगाए जा सके। आलम यह है कि सड़क के बीचोंबीच पड़े यह डिवाइडर हादसों का कारण बन रहे हैं।
व्यस्ततम मार्ग पर अचानक वाहनों के आगे आने वाले इन डिवाइडरों पर अक्सर रात को वाहन टकरा जाते हैं। बुधवार रात्रि भी ऋषिकेश से लक्ष्मणझूला की ओर जा रही एक कार क्षेत्र रोड तिराहे के पास रखे डिवाइडर से टकरा कर डिवाइडर के ऊपर चढ़ गयी और यहां जाम की स्थिति बन गयी। स्थानीय नागरिकों ने मिलकर किसी तरह कार को डिवाइडर से उतारकर यातायात सुचारु कराया। इससे पूर्व भी इस स्थान पर रात को कई वाहन डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि लक्ष्मणझूला मार्ग पर जो भी डिवाइडर दुर्घटना का कारण बन रहे हैं, उन्हें जल्द ही हटा दिया जाएगा।
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