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दून अस्पताल के कोरोना वार्ड तक पहुंचे अभाविप कार्यकर्त्‍ता, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में एक बडी चूक सामने आई है। इंटरनेट मीडिया में वायरल एक तस्वीर ने पूरे सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया है। इस तस्वीर में कोविड वार्ड में पीपीई किट पहने कुछ लोग कोरोना संक्रमितों का ऑक्सीजन पाइप हटाकर उनको जूस पिला रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 01:05 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 01:05 PM (IST)
दून अस्पताल के कोरोना वार्ड तक पहुंचे अभाविप कार्यकर्त्‍ता, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
दून अस्पताल के कोरोना वार्ड तक पहुंचे अभाविप कार्यकर्त्‍ता।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में एक बडी चूक सामने आई है। इंटरनेट मीडिया में वायरल एक तस्वीर ने पूरे सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया है। इस तस्वीर में कोविड वार्ड में पीपीई किट पहने कुछ लोग कोरोना संक्रमितों का ऑक्सीजन पाइप हटाकर उनको जूस पिला रहे हैं। ये लोग भाजपा के अनुषांगिक संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यकर्त्‍ता हैं। तस्वीर सामने आने के बाद हडकंप मच गया है। कोविड गाइडलाइन के अनुसार मेडिकल स्टाफ के अलावा किसी अन्य को कोरोना वार्ड जैसे हाई रिस्क जोन में जाने की इजाजत नहीं है। लेकिन यहां न सिर्फ अभाविप सदस्य वार्ड में घूम रहे हैं, बल्कि मरीजों को जूस पिलाने की फोटो भी खींच रहे हैं। इनकी पीपीई किट पर अभाविप का स्टीकर भी चस्पा है। 

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सवाल उठता है कि जब मरीजों के तीमारदारों तक को संक्रमण के डर और सुरक्षा के लिहाज से कोविड वार्ड में जाने की अनुमति नहीं है, तो फिर अभाविप के कार्यकर्त्‍ताओं को किसने और कैसे ये इजाजत दी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना का कहना है कि अभाविप कार्यकर्त्‍ताओं को अस्पताल परिसर में व्यवस्थाएं बनाने में मदद करने की इजाजत दी गई थी। सैंपलिंग स्थल पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने, स्वजन की मदद आदि की बात इन्होंने कही थी। ये वार्ड तक कैसे पहुंचे, इसकी जांच कराई जाएगी। इधर, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत ने इस घटना के बाद अभाविप कार्यकर्त्‍ताओं का अस्पताल परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।

बहरहाल, इस मामले पर कांग्रेस सरकार को घेर रही है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि वार्ड के पास तक जाने पर पिछले साल मार्च में जिला प्रशासन ने 28 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया था। आज भी वही जिलाधिकारी हैं, वही अस्पताल है, कोविड की स्थिति कई गुना घातक है। लिहाजा जिला प्रशासन अब भी कार्रवाई करे। 

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