आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पुलिस में फिर नोकझोंक
मानदेय वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर आदोलन कर रही आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गुरुवार को एक बार फिर पुलिस से नोकझोंक हो गई।
जागरण संवाददाता, देहरादून: मानदेय वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर आदोलन कर रही आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गुरुवार को एक बार फिर पुलिस से नोकझोंक हो गई। शाम करीब चार बजे परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर पुलिस पहुंची और अनशन पर बैठीं नौगाव, उत्तरकाशी निवासी कार्यकर्ता मनोरमा नौटियाल को अस्वस्थ होने के चलते उठाकर दून अस्पताल पहुंचाया। इस पर कई कार्यकर्ता पुलिस से उलझ पड़ीं। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल से भाजपा महानगर कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। आंगनबाडी कार्यकर्ता अपना मानदेय 18000 रुपये प्रतिमाह किए जाने की माग कर रही हैं। धरना स्थल पर काग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भी पहुंचे
आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्या सुनने और अनशन पर बैठी कार्यकर्ताओं का हाल जानने के लिए गुरुवार दोपहर काग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकात धस्माना धरना स्थल पहुंचे। यहा उन्होंने बीमार कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। धस्माना ने कहा कि कार्यकर्ता अपनी जायज मागों के लिए संघर्ष कर रही हैं। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। महिलाओं की आवाज दबा रही सरकार
धरना स्थल पर आगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने आरोप लगाया कि महिला सम्मान और सुरक्षा को तरजीह देने वाली प्रदेश सरकार महिलाओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। आगनबाड़ी कार्यकर्ता संवैधानिक अधिकारों के तहत अनुशासन पूर्ण आदोलन चला रही हैं। लेकिन सरकार के इशारों पर अनशन पर बैठी महिलाओं को जबरन उठाया जा रहा है। उनके साथ धक्का-मुक्की की जा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष विमला कोहली, संगठन मंत्री मीनाक्षी रावत, महामंत्री सुमति थपलियाल, प्रतिभा शर्मा, विजय लक्ष्मी नौटियाल, मीना रावत, बीना जोशी, आशा थपलियाल, विमला गैरोला, बसंती रावत, राजश्री सुमित्रा, अबला चौहान, पिंकी, ममता रतूड़ी सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।