राज्य आंदोलनकारियों को सचिवालय कूच से रोका
आंदोलनकारियों ने सचिवालय कूच का प्रयास भी किया लेकिन पुलिस बल ने उन्हें सचिवालय से पहले ही रोक लिया।
जागरण संवाददाता, देहरादून : राज्य आंदोलनकारियों को राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा दिए जाने व राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद में उपाध्यक्ष की नियुक्ति समेत अन्य लंबित मांगों को लेकर उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मंच से जुड़े आंदोलनकारियों ने रैली निकाली और प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने सचिवालय कूच का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें सचिवालय से पहले ही रोक लिया।
शुक्रवार को आंदोलनकारी सचिवालय कूच करने के लिए कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर एकत्र हुए। इसकेबाद उन्होंने रैली निकालकर सचिवालय के लिए कूच किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उन्हें लैंसडौन चौक से आगे नहीं बढ़ने दिया। ऐसे में राज्य आंदोलनकारियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर ही प्रदर्शन किया। बाद में एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। कहा कि मांगों का जल्द समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। मंच के केंद्रीय अध्यक्ष नंदा वल्लभ पांडे के नेतृत्व में रैली निकाल रहे राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा कर रही है। कई बार आंदोलन करने के बाद भी उनकी जायज मांगों का समाधान नहीं किया गया। कहा कि राज्य आंदोलनकारियों को राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा दिए जाने की मांग पिछले लंबे समय से की जा रही है। इस बाबत कई बार सरकार व शासन को ज्ञापन भेजा जा चुका है। हर बार झूठा आश्वासन ही मिला। कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल को तीन साल का समय पूरा होने जा रहा है, लेकिन अब तक राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद में उपाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गई है। इससे जाहिर होता है कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों के हितों के प्रति कितनी गंभीर है। इस मौके पर पीएस भंडारी, कुलदीप सिंह नेगी, प्रभात डंडरियाल, खुशीराम, रतनलाल कोठियाल, आशा पयाल, सरोजनी रावत, इंदु भट्ट, उर्मिला चंद, सुशीला नैनवाल, लता रावत, कौशल्या नौटियाल, अनीता रावत, भूमा देवी, उर्मिला कुकरेती, भागीरथी रतूड़ी, मनोरमा कोटनाला आदि भी रैली में शामिल रहे।