देहरादून नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को लगा बड़ा झटका
निकाय चुनाव में दून में पहली बार दस्तक देने वाली आप को उम्मीद थी कि वह अपना वर्चस्व जरूर दिखा पाएगी। आप का एक भी पार्षद प्रत्याशी जीत के आसपास तक नहीं फटक पाया।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। निकाय चुनाव में दून में पहली बार दस्तक देने वाली आप को उम्मीद थी कि वह किसी न किसी रूप में अपना वर्चस्व जरूर दिखा पाएगी। इसी मंशा से आप ने नगर निगम के 40 वाडरें में प्रत्याशी उतारे थे। हालांकि, मतगणना के अब तक के नतीजों में न सिर्फ रजनी रावत का ग्राफ सबसे कम रहा, बल्कि आप का एक भी पार्षद प्रत्याशी जीत के आसपास तक नहीं फटक पाया।
आम आदमी पार्टी ने रजनी रावत पर भरोसा जताते हुए अपने कई पदाधिकारियों तक को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। अपनी धमक को लेकर खुद रजनी रावत भी आश्वस्त थीं और उन्होंने चुनाव प्रचार में जमकर पैसा भी बहाया। अति आत्मविश्वास में रजनी रावत ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी चुनाव प्रचार में दून आने का न्यौता दे दिया था।
यह बात और है कि वह दून नहीं आ पाए। लेकिन, जनता-जनार्दन ने किसी भी रूप में आप पर भरोसा नहीं दिखाया। पिछले दो निकाय चुनाव में रजनी ने जो जनसमर्थन हासिल किया था, वह इस चुनाव में और घट गया। वर्ष 2008 व 2013 में उनकी झोली में 40 हजार से अधिक वोट आए थे और पहले चुनाव में वह कांग्रेस प्रत्याशी को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर रही थीं। जबकि, इस दफा उनके लिए 15 हजार वोट जुटाना भी भारी पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें: निकाय चुनाव परिणाम: भाजपा का पांच निगमों पर कब्जा, दून में सुनील उनियाल गामा विजयी
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड निकाय चुनाव: छोटी सरकार चुनने को 69.78 फीसद हुआ मतदान