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घर पहुंचते ही छात्रों के मुरझाए चेहरों पर लौटी रौनक, पढ़िए पूरी खबर

प्रयागराज में लॉकडाउन में फंसे 75 छात्र जब मंगलवार को देहरादून के स्पोर्ट्स कालेज पहुंचे और स्वास्थ्य जांच के बाद वह घरों को रवाना हुए तो उनके चेहरे पर रौनक थी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 08:54 AM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 08:54 AM (IST)
घर पहुंचते ही छात्रों के मुरझाए चेहरों पर लौटी रौनक, पढ़िए पूरी खबर
घर पहुंचते ही छात्रों के मुरझाए चेहरों पर लौटी रौनक, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। प्रयागराज में लॉकडाउन में फंसे 75 छात्र जब मंगलवार को देहरादून के स्पोर्ट्स कालेज पहुंचे और स्वास्थ्य जांच के बाद वह घरों को रवाना हुए तो उनके चेहरे पर रौनक थी। तब तक उनके मन में कहीं न कहीं यह डर था कि उन्हें घर के बजाय संस्थागत क्वारंटाइन में न भेज दिया जाए, लेकिन सब का स्वास्थ्य सामान्य पाए जाने के बाद उन्हें घर भेजा गया। हालांकि, सभी छात्र अगले 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे। इस दौरान उनकी हर दिन निगरानी भी की जाएगी।

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एसडीआरएफ की कमान्डेंट तृप्ति भट्ट ने बताया कि प्रयागराज में फंसे छात्रों को लाने के लिए एसडीआरएफ का छह सदस्यीय दल बीते रविवार को देहरादून से रवाना हुआ था। छात्रों को शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए यहां लाने के लिए चार बसें भेजी गई थीं। प्रयागराज में छात्रों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग की गई, और उनके स्वास्थ्य के बारे में सामान्य जानकारी जुटाई गई। सभी छात्रों के स्वस्थ पाए जाने के बाद सोमवार की शाम बसें प्रयागराज से देहरादून के लिए रवाना हुईं। 

एसडीआरएफ की टीम सुबह नौ बजे देहरादून पहुंची। यहां सभी बसों को रायपुर स्पोर्ट्स कालेज ले जाया गया। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फिर से छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। सभी के स्वस्थ पाए जाने पर प्रशासन की ओर से लगाए गए अन्य वाहनों से उन्हें घरों को रवाना कर दिया गया।

सभी को डाउनलोड कराया गया आरोग्य सेतु एप

स्पोर्ट्स कालेज से छात्रों को घर भेजने से पहले उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराया गया। उन्हें इसके फायदे बताते हुए कहा गया कि वह मोबाइल में लोकेशन और ब्लूटूथ हमेशा ऑन रखेंगे। ताकि उनकी एप के जरिये अगले 14 दिन तक निगरानी की जा सके। उन्हें यह भी कहा गया कि यदि अगले कुछ दिनों में उन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या होती है तो तुरंत कंट्रोल रूम को अवगत कराएंगे।

सरकार व एसडीआरएफ को छात्रों ने बोला थैंक्स

रायपुर स्पोर्ट्स कालेज में छात्रों ने प्रदेश सरकार और एसडीआरएफ को थैंक्स बोला। देहरादून के डूंगरा निवासी विवेक सिंह रावत ने बताया कि प्रयागराज में कोरोना संदिग्धों के मिलने से वह सभी डर गए थे। उत्तराखंड में कोरोना मरीजों की संख्या कम है, इसलिए उन्हें लगा कि अपने घर पर वह ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। वहीं, मोना गांव निवासी कृपाल सिंह ने कहा कि प्रयागराज में सरकार और स्वयं सेवी संस्थाएं उनकी हर तरह से मदद कर रही थीं, लेकिन घर तो घर ही है। दोऊ निवासी अर्जुन सिंह, नोरली निवासी नरेंद्र सिंह व अन्य ने कहा कि अगर वह घर पहुंच पाए हैं तो इसके लिए उत्तराखंड सरकार और एसडीआरएफ का प्रयास तारीफ के काबिल है।

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कोटा से रेस्क्यू किए गए थे 411 छात्र-छात्राएं

बीते बीस अप्रैल को एसडीआरएफ की टीम ने कोटा से 411 छात्र-छात्राओं को लेकर उत्तराखंड आई थी। इन्हें लाने वाले एसडीआरएफ के 39 जवान अभी भी क्वारंटाइन में हैं। वहीं मंगलवार को प्रयागराज से आने वाले छह जवानों को भी क्वारंटाइन में भेज दिया गया।

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