देहरादून के आढ़त बाजार चौड़ीकरण की जद में आएंगे 50 प्रतिष्ठान
दून के सबसे बड़े बॉटलनेक बने आढ़त बाजार के चौड़ीकरण की उम्मीद एक बार फिर परवान चढ़ने लगी है। सड़क के चौड़ीकरण से प्रभावित होने वाले भवनों का चिह्नीकरण कर लिया गया है।
देहरादून, जेएनएन। वर्तमान में दून के सबसे बड़े बॉटलनेक बने आढ़त बाजार के चौड़ीकरण की उम्मीद एक बार फिर परवान चढ़ने लगी है। सड़क के चौड़ीकरण से प्रभावित होने वाले भवनों का चिह्नीकरण कर लिया गया है। ऐसे भवनों की संख्या 50 है और कई भवनों का बेहद कम हिस्सा ही प्रभावित होगा। अच्छी बात यह है कि व्यापारियों ने भी देहरादून स्मार्ट सिटी लि. कंपनी के प्रस्ताव पर सहमति जताई है। हालांकि, उनके कुछ सवाल हैं, जिनका जल्द हल निकालने की बात कंपनी के सीईओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कही।
शनिवार को आयोजित बैठक में डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि स्मार्ट रोड के तहत घंटाघर-तहसील चौक से सहारनपुर चौक तक के हिस्से को भी बेहतर बनाया जाना है। इसमें सर्वाधिक तंग हिस्सा आढ़त बाजार क्षेत्र का है और चौड़ीकरण में भवनों का आगे का हिस्सा भी जद में आएगा। लिहाजा, व्यापारियों की सहमति जरूरी है।
वहीं, प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल समिति के प्रदेश महामंत्री विनय गोयल ने कहा कि चौड़ीकरण में भवन स्वामियों के साथ किरायेदारों, धार्मिक प्रतिष्ठानों आदि का उचित ख्याल रखा जाना चाहिए। इस तरह के प्रयास किए जाएं कि सड़क भी चौड़ी हो जाए और कामकाज भी प्रभावित न हो। स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि या तो कारोबारी आदि मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं या उन्हें निर्माण में छूट प्राप्त कर सकते हैं। बैठक में आढ़त बाजार होलसेल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र गोयल, शिवाजी सेवा समिति के मंत्री विनोद गोयल आदि उपस्थित रहे।
समान रूप से 22 मीटर चौड़ी होगी सड़क
आढ़त बाजार में सड़क की न्यूनतम चौड़ाई 13 मीटर व अधिकतम 20 मीटर है। इसे समान रूप से 22 मीटर किया जाना है। इसी के हिसाब से भवनों का आगे का हिस्सा निर्माण की जद में आएगा।
स्मार्ट सिटी कंपनी ने यह दिया प्रस्ताव
- भूमि अधिग्रहण के हिसाब से संबंधित व्यक्ति निर्धारित दर पर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं।
- या संबंधित भवन/भूमि के हिसाब से जितनी मंजिल स्वीकृत हो सकती है, उससे एक मंजिल अतिरिक्त निर्माण की छूट दी जाएगी।
मोती बाजार में अतिक्रमण हटाने के विरोध में हंगामा
मोती बाजार में अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम की टीम को फिर व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। सामान हटाने के समय ही व्यापारी सड़क पर आ गए और टीम से धक्का-मुक्की का प्रयास किया। इससे पूर्व बीते साल 28 जून को मोती बाजार में ऐसी ही घटना में व्यापारियों ने निगम कर्मियों से मारपीट कर दी थी।
शहर में सड़कों पर अतिक्रमण के विरुद्ध महापौर सुनील उनियाल गामा के निर्देश पर नियमित रूप से कार्रवाई कर रही निगम की टीम शनिवार को पलटन बाजार से सड़कें व फुटपॉथ खाली कराती हुई मोती बाजार तक पहुंची। यहां फुटपॉथ तो दूर सड़क के दोनों तरफ व्यापारियों ने अवैध कब्जा किया था। जब टीम ने कार्रवाई शुरू कर सामान हटाना एवं जब्त करना शुरू किया तो कुछ व्यापारी विरोध करने लगे। आरोप है कि इसी दौरान कुछ व्यापारियों ने सामान वापस छीनने का प्रयास कर निगम टीम से धक्का-मुक्की भी की। निगम अधिकारियों व पुलिस ने किसी तरह मामला संभाल लिया। इस दौरान टीम ने एक दर्जन दुकानदारों के चालान काटकर कार्रवाई की। वहीं, महापौर गामा ने बताया कि अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग निगम टीम से बदसलूकी, मारपीट जैसी घटना करेंगे, उनके विरुद्ध मुकदमे की कार्रवाई कराई जाएगी।
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प्रेमनगर में पॉलीथिन पर छापेमारी
कैंट बोर्ड की टीम ने शनिवार दोपहर प्रेमनगर बाजार में पॉलीथिन को लेकर छापे मारे तो व्यापारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान आधा दर्जन दुकानदारों के चालान भी किए गए। छापे के दौरान कुछ दुकानदारों ने हंगामे का प्रयास भी किया।
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