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दून विवि के दीक्षांत समारोह में 44 मेधावियों को मिलेगा स्वर्ण पदक

दून विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह पिछले छह सालों में विभिन्न विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 44 मेधावियों को स्वर्ण पदक से नवाजा जाएगा।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 04:20 PM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 04:20 PM (IST)
दून विवि के दीक्षांत समारोह में 44 मेधावियों को मिलेगा स्वर्ण पदक
दून विवि के दीक्षांत समारोह में 44 मेधावियों को मिलेगा स्वर्ण पदक

देहरादून, जेएनएन। दून विवि का प्रथम दीक्षांत समारोह 30 नवंबर को आयोजित होगा। पिछले छह सालों में विभिन्न विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 44 मेधावियों को विवि स्वर्ण पदक से नवाजा जाएगा। इसके अलावा स्नातकोत्तर के 617 और स्नातक के 380 छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। 

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दून विवि की उत्तराखंड में उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान के रूप में पहचान है। दीक्षांत समारोह में साल 2011 से 2016 तक के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के सफल छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। विवि से विभिन्न विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को डिग्री प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। साथ ही जिन शोध छात्रों की मौखिक परीक्षा 31 अक्टूबर, 2018 से पूर्व संपन्न हो गई है, उन्हें पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी। 

दीक्षांत समारोह में प्रख्यात शिक्षाविद, पद्मविभूषण, पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी व उत्तराखंड के लोकप्रिय लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को मानद डाक्टरेट उपाधि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपाधियां बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की ओर से दी जाएंगी। दून विवि के कुलपति डॉ. सीएस नौटियाल ने बताया कि दीक्षांत समारोह की तैयारियों के लिए विवि के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं।

दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग करने के लिए गाउन 29 नवंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक विवि के प्रशासनिक भवन से प्राप्त किए जा सकते हैं। फुलहाउस रिहर्सल उसी दिन दोपहर दो बजे से विवि स्टेडियम में होगी। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के अलावा मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भी प्रतिभाग करेंगे। कहा कि डॉ. नित्यानंद हिमालयी शोध एवं अध्ययन केंद्र में चलने वाले स्नातकोत्तर भूगर्भ विज्ञान व भूगोल विषयों के पाठ्यक्रम को विवि की अकादमिक परिषद व कार्य परिषद से स्वीकृति मिल गई है। इस मौके पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत, दून विवि के कुलसचिव डॉ. एमएस मंद्रवाल, प्रो.एचसी पुरोहित आदि मौजूद रहे। 

इन छात्रों को मिलेगी डिग्री 

स्नातकोत्तर: एमएससी-पर्यावरण विज्ञान, एमटेक, एमबीए, एमए कम्युनिकेशन, एमए इंटीग्रेटेड कम्युनिकेशन, एमए अर्थशास्त्र, एमएससी इंटीग्रेटेड इकोनॉमिक्स, एमए इंटीग्रेटेड चाइनीज, जर्मन, स्पेनिश, एमए अंग्रेजी। 

स्नातक: बीबीए, बीए कम्युनिकेशन, बीएससी इकोनॉमिक्स, बीए चाइनीज, बीए जर्मन, बीए स्पेनिश, बीए जापानी के अलावा पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधन स्कूल के छात्रों को पीएचडी की डिग्री मिलेगी। जबकि, जनसंचार व मीडिया अध्ययन में पांच छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। 

गढ़वाली-कुमाऊंनी बोलियों का संरक्षण करेगा विवि

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा दून विवि गढ़वाली एवं कुमांऊनी बोलियों के संरक्षण व संवद्र्धन का काम करेगा। साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति को सशक्त बनाने के लिए भी कार्य करेगा। विवि की अकादमिक परिषद व कार्य परिषद में इसे लेकर प्रस्ताव पास हो चुके हैं। 

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