37 और लोगों को लगा डेंगू का डंक
डेंगू का डंक गहराता ही जा रहा है। दून में कभी मेघ बरस रहे हैं और कभी चटख धूप खिल रही है। यह मौसम मच्छरो के पनपने के लिए मुफीद बन गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: डेंगू का डंक गहराता ही जा रहा है। दून में कभी मेघ बरस रहे हैं और कभी चटख धूप खिल रही है। यह मौसम मच्छरो के पनपने के लिए मुफीद बन गया है। चिंता वाली बात यह कि मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डेंगू के विकराल होते रूप से सरकारी तंत्र में भी हड़कंप मचा हुआ है।
बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय प्रशासन व नगर निगम भले कई दावे कर रहे हैं, लेकिन इंतजाम नाकाफी साबित हुए हैं। शायद यही वजह है कि विभागीय दावों केविपरीत डेंगू का मच्छर और तेजी से पांव पसार रहा है। मंगलवार को भी राजधानी देहरादून में 37 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनमें 21 पुरुष व 16 महिलाएं हैं। सभी मरीज अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इस तरह दून में डेगू पीड़ितों की अब तक की संख्या 599 हो चुकी है। वहीं प्रदेश में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 618 तक पहुंच गई है। पहले जहां डेगू की चपेट में पुरुष अधिक आ रहे थे, वहीं अब महिलाओं पर डेगू का मच्छर ज्यादा डंक मारने लगा है। अब तक जितने मरीजों में डेगू की पुष्टि हुई है उनमें पुरुषों की संख्या 396 और महिलाओं की 222 है।
इधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दावा करते नहीं थक रहे हैं कि बीमारी से बचाव के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम के सहयोग से फॉगिंग व दवा का छिड़काव किया जा रहा है। अलग-अलग टीमें घर-घर पहुंचकर मच्छर के लार्वा का सर्वे कर रही हैं। स्थानीय लोगों को भी मच्छर का लार्वा पहचानने के बारे में जानकारी दी जा रही है। हेल्थ कैंप लगाकर सामान्य बुखार से पीड़ित मरीजों को दवा दी जा रही है और संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। घरों व सरकारी दफ्तरों में डेगू का लार्वा मिलने पर चालान करने की बात भी शासन-प्रशासन उच्चाधिकारियों ने कही थी। लेकिन अब तक ऐसी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।