28 हिमवीर बतौर सहायक सेनानी आइटीबीपी की मुख्यधारा में हुए शामिल
मसूरी स्थित आइटीबीपी अकादमी में 50 सप्ताह तक चले 23वें एसी जीडी बेसिक कोर्स के समापन पर शनिवार को 28 हिमवीर बतौर सहायक सेनानी आइटीबीपी बल की मुख्यधारा में शामिल हुए।
मसूरी, [जेएनएन]: 50 सप्ताह तक चले 23वें एसी जीडी बेसिक कोर्स के समापन पर शनिवार को 28 हिमवीर बतौर सहायक सेनानी आइटीबीपी बल की मुख्यधारा में शामिल हुए। आइटीबीपी अकादमी मसूरी के परेड मैदान में आयोजित पासिंग आउट परेड की आइटीबीपी महानिदेशक आरके पचनंदा ने सलामी ली। दीक्षांत समारोह व पासिंग आउट परेड का नेतृत्व सहायक सेनानी आलोक भाटी ने किया, जिन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया। इसके बाद पासआउट होने वाले अधिकारियों के कंधों पर उनके परिजनों व बल के अधिकारियों ने सितारे सजाए।
इस मौके पर बल महानिदेशक आरके पचनंदा ने पास आउट कैडेट्स को बधाई देते हुए कहा कि यह क्षण आपके सेवाकाल में महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस मौके पर आप सभी के परिजन भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि अपने सेवाकाल में आपके सामने चुनौतियां आएंगी, लेकिन उनसे घबराएं नहीं। बल्कि डटकर उनका सामना करें। कहा, प्रशिक्षण काल में आपने जो सीखा है, वह पूरे सेवाकाल में आपके काम आएगा।
समारोह में आरके पचनंदा ने आइटीबीपी अकादमी की पत्रिका 'अमोध' का विमोचन भी किया। इस दौरान अकादमी निदेशक आइजी एचएस गोराया, सेनानी प्रशासन परमिंदर सिंह, सेनानी प्रशिक्षण वेणुधर नायक, सेवानिवृत डीआइजी हीरासिंह, एसपी चमोली, आइटीएम निदेशक संजय टंडन सहित अकादमी के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, बल के जवान व उनके परिजन मौजूद थे।
इन्हें मिला सम्मान
आलोक भाटी को ओवरऑल बेस्ट, बेस्ट इन आउटडोर व बेस्ट कंडक्ट के लिए स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया। इसके अलावा सागर मोटे को बेस्ट माक्र्समैन, आशीष बघेल को बेस्ट इन स्पोट्र्स, अनुज शर्मा को बेस्ट इन इनडोर और विश्वजीत सोरयान को बेस्ट एण्डूरेंस के लिए पुरस्कृत किया गया।
ये हुए पासआउट
प्रदेश--------------कैडेट्स की संख्या
उत्तर प्रदेश--------------10
हरियाणा------------------03
उत्तराखंड-----------------02
राजस्थान-----------------02
महाराष्ट्र------------------02
पंजाब---------------------02
आंध्र प्रदेश---------------02
बिहार---------------------02
हिमाचल प्रदेश-----------01
मध्य प्रदेश---------------01
तमिलनाडु----------------01
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