Coronavirus: उत्तराखंड में 100 बैड के अस्पतालों में 25 फीसद बैड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व
शासन ने कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अब 100 बैड वाले अस्पतालों के 25 फीसद बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। जरुरत पड़ने पर इनका उपयोग होगा।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। शासन ने कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अब 100 बैड वाले अस्पतालों के 25 फीसद बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। मकसद यह कि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग कोरोना मरीजों के उपचार के लिए किया जा सके।
प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यह माना जा रहा है कि जिन मरीजों के मामले अभी तक सामने आए हैं वे कई लोगों से मिले होंगे। अभी इनकी रिपोर्ट आने के बाद 14 दिन की अवधि नहीं बीती है। आशंका यह जताई जा रही है कि इस बीच इनकी संख्या में इजाफा हो सकता है।
इसे देखते हुए सरकार ने शासन को इसके लिए पूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। शासन जरूरत पड़ने पर 500 बैड के अस्पतालों को पहले ही केवल कोरोना मरीजों के लिए रखने की बात कह चुका है। इनकी संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए अब 100 बैड के अस्पतालों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। हालांकि, पहले चरण में अभी केवल इन अस्पतालों के केवल 25 प्रतिशत बैड की कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
एम्स ऋषिकेश में 100 बेड और 20 वेंटिलेटर रिजर्व
ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण के भविष्य के खतरे को देखते हुए ट्रामा सेंटर में 100 बेड रिजर्व किए गए हैं। इनमें 20 बेड वेंटिलेटर सुविधा युक्त होंगे। मरीज की हालत ठीक होने के बाद इन्हें प्रशासन द्वारा अधिग्रहित किए गए होटल और कुंभ टेंट में रखे जाने की योजना है।
एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि एम्स परिवार की टीम कोरोना वायरस के भविष्य के खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जिसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी पूरी की गई है। ट्रामा सेंटर में एक सौ बेड तैयार किए जा चुके हैं। जिनमें 20 बेड वेंटिलेटर की सुविधा युक्त होंगे। पूरे ट्रॉमा सेंटर को कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि ज्यादा मरीज आने की स्थिति में राजकीय अस्पताल में में भेजा जाएगा। राजकीय अस्पताल में वेंटिलेटर की आवश्यकता वाले मरीजों को एम्स में लाया जाएगा। किसी भी मरीज की हालत स्थिर होने के बाद प्रशासन के द्वारा अधिग्रहित किए गए होटल और कुंभ मेला के टेंट में रखे जाने की योजना है।
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निर्मल हॉस्पिटल में ओपीडी बंद
निर्मल आश्रम हॉस्पिटल की ओपीडी को कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए बंद कर दिया गया है। हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि मंगलवार से यहां सिर्फ आपातकालीन सेवाएं खुली रखी गई हैं। लॉकआउट और कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए निर्मल आई इंस्टीट्यूट और ज्ञानदान अकादमी के स्थापना दिवस समारोह को भी स्थगित किया गया है।
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