मोर्चा ने कहा आंदोलन को नजरअंदाज कर रहा प्रशासन
किसान एकता मोर्चा के बैनर तले किसानों ने तहसील में धरना आठवें दिन गुरुवार को भी जारी रखा। किसानों ने कहा कि सात सूत्रीय मांगों को लेकर वह धरना दे रहे हैं लेकिन उप जिलाधिकारी ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली है।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: किसान एकता मोर्चा के बैनर तले किसानों ने तहसील में धरना आठवें दिन गुरुवार को भी जारी रखा। किसानों ने कहा कि सात सूत्रीय मांगों को लेकर वह धरना दे रहे हैं, लेकिन उप जिलाधिकारी ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली है। किसानों ने आरोप लगाया कि सात दिन से उप जिलाधिकारी स्वयं तहसील में भी नहीं बैठ रहे हैं, जिसके चलते उनकी मांगों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसान एकता मोर्चा के कार्यकत्र्ताओं ने कहा कि वह रात दिन अनिश्चतकालीन धरना दे रहे हैं, लेकिन प्रशासन सुध नहीं ले रहा है। किसानों ने गुरुवार को भी मांग दोहराई कि सरकार गन्ना और धान किसानों का बकाया भुगतान जल्द करे। उन्होंने वर्ष 2016 से हथियारी परियोजना के विस्थापितों की अनुग्रह राशि के बकाया भुगतान ब्याज सहित करने, ग्राम पंचायत मटोगी की चरागाह भूमि पर हुए कब्जे को जल्द हटाने और डाकपत्थर से लेकर कुल्हाल तक शक्ति नहर के दोनों तरफ 15 फुट ऊंची रे¨लग लगाने के अलावा हथियारी की व्यासी परियोजना क्षेत्र अंतर्गत खाली कराई जा रही दुकानों व मकानों की एवज में ग्रामीणों का शीघ्र विस्थापन करने की मांग पर जोर दिया। हथियारी परियोजना निर्माण के दौरान विस्फोट से क्षतिग्रस्त मकानों का शीघ्र उचित मुआवजा दिलाने की भी मांग की। किसानों ने कहा कि धरने पर बुजुर्ग, महिलाएं भी बैठी हैं, लेकिन प्रशासन को किसानों की समस्या से कुछ लेना देना ही नहीं है। किसानों ने आंदोलन को भूख हड़ताल में बदलने की चेतावनी दी। धरने पर श्याम ¨सह, दिनेश कुमार, नरेश कुमार, नरेश ¨सह, संजय ¨सह, भोपाल ¨सह, जगदीश, राजपाल, रमेश कुमार, विकेश कुमार, प्रताप ¨सह, जगबीर शर्मा, दीवान ¨सह, रामपाल ¨सह, सोमपाल ¨सह, खजान ¨सह, स्वराज चौहान आदि मौजूद रहे।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें