हरिद्वार राजमार्ग पर स्थित लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हंगामा, दोपहर बाद हुआ समझौता
हरिद्वार राजमार्ग पर स्थित लच्छीवाला टोल प्लाजा के विरोध में सोमवार को डोईवाला मार्ग पर सिटी बस समेत स्थानीय टैक्सी-मैक्सी कैब व लोडर का संचालन दोपहर तक बंद रहा। इस दौरान सार्वजनिक परिवहन न चलने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। हरिद्वार राजमार्ग पर स्थित लच्छीवाला टोल प्लाजा के विरोध में सोमवार को डोईवाला मार्ग पर सिटी बस समेत स्थानीय टैक्सी-मैक्सी कैब व लोडर का संचालन दोपहर तक बंद रहा। इस दौरान सार्वजनिक परिवहन न चलने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय ग्रामीणों के साथ ट्रांसपोर्टरों, उक्रांद कार्यकताओं आदि ने टोल प्लाजा पर काफी हंगामा किया। कुछ देर टोल को जबरन फ्री किया रखा। हालांकि, दोपहर में टोल कंपनी और ट्रांसपोर्टरों में मासिक शुल्क पर सुलह हो गई। सिटी बसों के लिए प्रतिमाह 2100 रुपये जबकि स्थानीय टैक्सी-मैक्सी कैब व लोडर के लिए 900 रुपये पर सहमति हुई। यह धनराशि माह की शुरुआत में एकमुश्त जमा करानी होगी। जिसके बाद बस अथवा टैक्सी-मैक्सी के प्रतिदिन फेरों पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं रहेगा।
लच्छीवाला टोल प्लाजा को लेकर पहले ही दिन से विरोध चल रहा है। कांग्रेस और उक्रांद समेत स्थानीय ट्रांसपोर्टर और ग्रामीण स्थानीय जन के लिए टोल शुल्क माफी की मांग कर रहे। स्थानीय ट्रांसपोर्टरों ने फैसला किया था कि अगर उन्हें टोल में राहत नहीं दी गई तो वे सोमवार से इस मार्ग पर वाहन संचालन बंद कर देंगे। इसी क्रम में सोमवार सुबह दून-डोईवाला-जौलीग्रांट मार्ग की 50 सिटी बसों और स्थानीय टैक्सी-मैक्सी कैब और लोडर आदि का संचालन बंद कर उन्हें टोल प्लाजा पर खड़ा कर वाहन संचालकों ने जमकर हंगामा किया। इसी दौरान उक्रांद कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए गए प्लाजा पर हंगामा करते हुए बैरियर उठा दिए व वाहनों को टोल शुल्क बिना जाने दिया।
हंगामे की आशंका को देखते हुए डोईवाला कोतवाली निरीक्षक सूर्यभूषण नेगी पहले से ही पुलिस बल समेत मौजूद थे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर हंगामा करने वालों को हटा दिया एवं शांतिपूर्वक वार्ता करने की हिदायत दी। दोपहर में पुलिस की मौजूदगी में ट्रांसपोर्टरों, उक्रांद नेताओं एवं टोल कंपनी अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। वार्ता में सिटी बसों का एकमुश्त मासिक शुल्क 2100 रुपये जबकि स्थानीय टैक्सी-मैक्सी कैब, लोडर, मैजिक, विक्रम आदि के लिए 900 रुपये तय किया गया। हालांकि, अभी स्थानीय ग्रामीणों और शहरवासियों को छूट देने पर कोई भी निर्णय नहीं हुआ है। ऐसे में स्थानीय निवासियों ने आंदोलन जारी रखने का एलान किया। इस दौरान वार्ता में टोल टैक्स अधिकारी दीपक हरचंदानी व अखिल खान के साथ भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी, सिटी बस यूनियन दून-डोईवाला मार्ग के अध्यक्ष रघुवीर सिंह नेगी, उक्रांद नेता शिव प्रसाद सेमवाल, कांग्रेस नेता मोहित उनियाल और मनोज नौटियाल आदि शामिल रहे।
मुख्यमंत्री ने भी लिया संज्ञान
भाजपा जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टोल प्लाजा पर चल रहे विरोध का संज्ञान लिया है। नेगी ने बताया कि स्थानीय जनता के लिए मुख्यमंत्री ही कोई सकारात्मक हल निकालेंगे। मुख्यमंत्री के भरोसे पर ही सिटी बस व टैक्सी-मैक्सी कैब यूनियन ने सुलह की है।
हड़ताल के कारण परेशान रहे लोग
सोमवार को सिटी बस, जीप, कमांडर चालकों की हड़ताल के कारण दून डोईवाला मार्ग पर दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इस मार्ग पर सामान्य यात्रियों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र-छात्राएं और कर्मचारी सफर करते हैं। सिटी बस, जीप कमांडर से आने जाने वाले यात्रियों व छात्र छात्राओं को घंटों वैकल्पिक साधनों की तलाश के लिए सड़कों पर खड़ा रहना पड़ा। कई रोडवेज की बसें भी फुल होने के कारण डोईवाला चौक पर नहीं रुक रही थी। चालकों के आंदोलन खत्म होने के बाद शाम को स्थिति सामान्य हुई।
वैकल्पिक मार्ग का लिया सहारा
टोल टैक्स से बचने के लिए निजी और व्यावसायिक वाहन संचालकों ने वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेना शुरू कर दिया है। इस दौरान हरिद्वार आने-जाने वाले वाहन दूधली होकर जबकि ऋषिकेश जाने वाले वाहनों ने रायपुर-थानो मार्ग का सहारा लिया।
28 तक का टोल कराया जमा
समझौते के बाद सिटी बस, टैक्सी-मैक्सी कैब और लोडर संचालकों की ओर से 28 फरवरी तक का टोल शुल्क जमा करा दिया गया। बताया गया कि इसके बाद हर महीने की एक तारीख से 30 तारीख तक का एक माह का टोल शुल्क एकमुश्त एडवांस जमा कराया जाता रहेगा। इस सूरत में सिटी बस को प्रतिदिन 70 रुपये जबकि टैक्सी-मैक्सी कैब व लोडर को 30 रुपये टोल शुल्क देय होगा। सिटी बस संचालकों ने एक हफ्ते के 420 रुपये जबकि टैक्सी मैक्सी संचालकों ने 210 रुपये जमा कराए।
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