AIIMS ऋषिकेश में हाउस कीपिंग स्टाफ मीना को पहला और निदेशक प्रो. रविकांत को लगा दूसरा टीका
Coronavirus Vaccination in Rishikesh अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत सफाई कर्मी मीना को पहला टीका लगाकर हुई। दूसरा टीका निदेशक प्रोफेसर रविकांत को लगाया गया। दूसरा टीका निदेशक प्रोफेसर रविकांत को लगाया गया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Coronavirus Vaccination in Rishikesh अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान का शुभारंभ एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने किया। एम्स में पहला टीका महिला हाउस कीपिंग स्टाफ मीना देवी को और दूसरा टीका एम्स निदेशक प्रो. रविकांत को लगाया गया। टीकाकरण के तहत पहले दिन 100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया।
एम्स ऋषिकेश में आयुष भवन को टीकाकरण केंद्र बनाया गया था। इस अवसर पर एम्स निदेशक ने कहा कि सफाई कर्मचारी और अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ विशेष भूमिका निभा रहे हैं। इसलिए टीकाकरण में पहला अधिकार इसी वर्ग के कर्मचारी को मिलना चाहिए। जिसके बाद एम्स के कोविड सेंटर में तैनात महिला हाउस कीपिंग स्टाफ मीना देवी को पहला टीका लगाया गया। दूसरा टीका निदेशक प्रो. रवि कांत और तीसरा टीका डीन एकेडमिक प्रो. मनोज कुमार गुप्ता को लगाया गया।
एम्स निदेशक ने पहला टीका लगवाने वाली सफाई कर्मचारी मीना को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. लतिका मोहन, डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा, कोविड टीकाकरण अभियान समिति की चेयरपर्सन प्रो. वर्तिका सक्सैना, एनाटॉमी विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, डॉ. सोमप्रकाश बासू, डॉ. नवनीत कुमार बट्ट, डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. पीके पांडा, डॉ. रवि गुप्ता, डॉ. वेंकटेश पाई, डॉ. योगेश बहुरूपी, डॉ. अजीत सिंह भदौरिया, डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. रंजीता कुमारी, डॉ. मीनाक्षी खापरे, डॉ. अंकित अग्रवाल आदि मौजूद थे।
कोविड-19 वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियां
एम्स के निदेशक प्रो. रवि कांत ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन को लेकर तमाम भ्रांतियां फिजूल हैं। लिहाजा हमें टीकाकरण को लेकर किसी भी अवैज्ञानिक व तथ्यहीन बातों में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से बचाव व सुरक्षा के लिए टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत में दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है, जो निसंदेह जल्द ही सफलता का मुकाम हासिल करेगा और देशवासी कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के तहत दूसरी वैक्सीन 28 दिन के बाद लगेगी, लिहाजा तब तक हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। उन्होंने आगाह किया कि जब तक देशभर में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हो जाता, तब तक हमें दो गज की दूरी और मास्क जरूरी नियम का अनिवार्यरूप से पालन करना होगा। संस्थान के डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में कोविड वैक्सीन लगाने का अभियान करीब चार महीने तक चलेगा।
मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं: मीना
एम्स ऋषिकेश में पहली कोविड-19 वैक्सीन लगाने वाली सफाई कर्मचारी मीना पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं एम्स जैसे संस्थान में काम कर रही हूं और मेरे लिए उससे ज्यादा गर्व की बात यह है कि एम्स निदेशक और वरिष्ठ जनों ने उसे इस महा अभियान में सबसे पहला टीका लगाने के लिए चुना है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए निदेशक एम्स ने उन्हें सम्मानित किया यह सम्मान मेरे जैसे उन सैकड़ों कर्मचारियों के लिए हैं जो यहां दिन-रात सेवा कर रहे हैं। सफाई कर्मी मीना ने कहा कि टीकाकरण को लेकर वह काफी उत्साहित थी। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि अभियान के पहले दिन और सबसे पहले उसे ही टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह टीकाकरण महा अभियान स्वास्थ्य देश और स्वस्थ समाज के लिए बहुत जरूरी है। टीकाकरण को लेकर किसी के भी मन में किसी तरह की कोई भ्रांति नहीं होनी चाहिए।