Move to Jagran APP

आयकर की 20 घंटे की रेड और 21 करोड़ की आय सरेंडर

आयकर विभाग की 20 घंटे चली छापेमारी (रेड) में लिंक एसोसिएट्स के संचालक अनिल जेटली ने करीब 21 करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर की है।

By BhanuEdited By: Published: Sun, 26 Nov 2017 11:49 AM (IST)Updated: Sun, 26 Nov 2017 08:51 PM (IST)
आयकर की 20 घंटे की रेड और 21 करोड़ की आय सरेंडर
आयकर की 20 घंटे की रेड और 21 करोड़ की आय सरेंडर

देहरादून, [सुमन सेमवाल]: हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित सड़क निर्माण के ठेकेदार लिंक एसोसिएट्स पर हुई आयकर की छापेमारी इस साल की सबसे बड़ी सफल कार्रवाई रही। 20 घंटे चली छापेमारी (रेड) में लिंक एसोसिएट्स के संचालक अनिल जेटली ने करीब 21 करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर की है। इसके साथ ही आयकर विभाग की टीम ने जेटली के रेलवे रोड स्थित आवास व कार्यालय से डेढ़ किलो सोना, करीब ढाई किलो चांदी समेत ढाई लाख रुपये भी बरामद किए।

loksabha election banner

आयकर की इन्वेस्टिगेशन विंग के संयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार के अनुसार छापे के दौरान सड़क निर्माण के ठेकेदार के कार्यालय से सरकारी मुहरें भी बरामद की गई हैं। यह मुहरें एसडीएम हरिद्वार, अधिशासी अभियंता लोनिवि हरिद्वार, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) सेक्टर-दो बीएचईएल आदि के नाम की हैं। 

इससे यह माना जा रहा है कि फर्जी भुगतान को लेकर इन मुहरों का प्रयोग किया जाता था। ताकि यह बताया जा सके कि फर्म के खर्चे अधिक हैं। इन मुहरों को भी कब्जे में ले लिया गया है।

इन्वेस्टिगेशन विंग के संयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार ने बताया कि ठेकेदार के ठिकानों से बड़ी संख्या में कागजात भी कब्जे में लिए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। संभव है कि अघोषित आय का आंकड़ा 21 करोड़ रुपये से ऊपर चला जाए। छापे की इस कार्रवाई में उपायुक्त राजेश कुमार, सहायक आयुक्त अजय आनंद, आयकर अधिकारी आबिद अली, बुद्धि सिंह, सुरेंद्र कुमार समेत करीब 50 कार्मिकों की टीम शामिल रही।  

नौकरों को बनाया था फर्म में साझेधार

इन्वेस्टिगेशन विंग के संयुक्त निदेशक ने बताया कि लिंक एसोसिएट्स के संचालक अनिल जेटली ने फर्म में अपने कई नौकरों को साझेदार बनाया था। हालांकि, यह साझेदारी सिर्फ नाम की थी और कालाधन ठिकाने लगाने के लिए इनके नाम का प्रयोग किया जाता था। 

नौकरों के नाम पर अनिल जेटली रुपये जमा करता रहता था। आयकर विभाग को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि लिंक एसोसिएट्स के संचालक अघोषित आय को नौकरों के नाम पर जमा कर रहे हैं। यहीं से छापेमारी के लिए जाल बुना गया।

यह भी पढ़ें: 2000 सरकारी खातों पर आयकर विभाग की टेढ़ी नजर

यह भी पढ़ें: टीडीएस जमा न कराने वाले महकमों के बैंक खाते फ्रीज

यह भी पढ़ें: शिक्षा विभाग के खातों पर लगी रोक हटाई, जारी होगा वेतन     


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.