बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है..
भाई-बहनों के अटूट प्रेम और स्नेह का त्योहार रक्षाबंधन तीर्थनगरी व आसपास क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर दीर्घायु की कामना की। वहीं भाइयों ने भी बहन को उसकी रक्षा का वचन दिया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
भाई-बहनों के अटूट प्रेम और स्नेह का त्योहार रक्षाबंधन तीर्थनगरी व आसपास क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर दीर्घायु की कामना की। वहीं भाइयों ने भी बहन को उसकी रक्षा का वचन दिया।
भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहनों के अटूट प्रेम का पावन पर्व है। श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर आने वाले रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर ऋषिकेश के नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में हर्ष और उल्लास रहा। रक्षाबंधन में शुभ मुहूर्त पर भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधने के लिए सुबह से ही घरों में तैयारियां शुरू हो गई थी। स्नान और पूजा अर्चना के बाद भाई अपनी बहनों की राह देखने लगे थे। अभिजीत शुभ मुहूर्त पर बहनों ने भाईयों का तिलक कर उनकी कलाई पर राखी बांधी। भाइयों ने भी बहनों को उपहार भेंट किए। रक्षाबंधन पर घरों में पकवान भी बनाए गए। सभी जगह घरों में रक्षाबंधन की रौनक नजर आई।
---------
रक्षाबंधन पर चहका बाजार
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन और संक्रमण के खतरे के कारण बाजार में पिछले कई महीनों से रौनक गायब है। मगर, रक्षाबंधन पर्व पर बाजार में रौनक दिखाई दी। हालांकि कहीं-कहीं पर शारीरिक दूरी का उल्लंघन भी हुआ। सोमवार को त्योहार को देखते हुए गिफ्ट आइटम,राखियां, कपड़े और मिठाई की दुकानों पर खूब चहल-पहल रही।
----------
सोशल मीडिया पर रक्षाबंधन की धूम
कोरोना संक्रमण के खतरे से यूं तो ज्यादातर नागरिक अपने घरों से बाहर निकलने में परहेज कर रहे हैं। रक्षाबंधन पर भी इसका असर साफ नजर आया। ज्यादातर ने घरों से निकलने के बजाय एक-दूसरे को बधाई देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। रक्षाबंधन की शुभकामना संदेश व्हाट्सएप के माध्यम से सुबह से ही मिलने शुरू हो गए थे। जबकि देर रात तक यह दौर जारी रहा।