बैराज कॉलोनी 200 मीटर की परिधि में पांच संक्रमित
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश से कुछ ही दूरी पर सिचाई विभाग की बैराज कॉलोनी स्थित है। इस कॉलोनी में 200 मीटर की परिधि में एक सप्ताह के भीतर कोरोना संक्रमण के पांच मामले सामने आए हैं। लगातार मामले सामने आने से यह रहने वाले लोगों की चिता बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश से कुछ ही दूरी पर सिचाई विभाग की बैराज कॉलोनी स्थित है। इस कॉलोनी में 200 मीटर की परिधि में एक सप्ताह के भीतर कोरोना संक्रमण के पांच मामले सामने आए हैं। लगातार मामले सामने आने से यह रहने वाले लोगों की चिता बढ़ गई है।
बैराज कॉलोनी टाइप डी ऋषिकेश निवासी 30 वर्षीया महिला का 23 मई को ओपीडी जांच के दौरान सैंपल लिया गया था। उसे इसी तिथि से सीमा डेंटल कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया था। जिसका कोविड सैंपल 28 मई बृहस्पतिवार को पॉजिटिव आया है। इससे पूर्व 22 मई को ए ब्लॉक में महिला बैंक कर्मी का पहला संक्रमण का मामला सामने आया था। उसके अगले रोज महिला के पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 26 मई को इसी कॉलोनी में टाइप डी निवासी महिला संक्रमित पाई गई। अगले रोज दंपती के डेढ़ वर्षीय पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एक ही परिवार के तीन लोग संक्रमित पाए जाने के बाद गुरुवार को टाइप डी निवासी एक और महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
प्रशासन ने इन सभी मामलों की जब जांच की गई तो पता चला दंपती और उनका पुत्र 13 मई को दिल्ली से लौटे थे। इस परिवार के संपर्क वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। इस कॉलोनी से जो दो महिलाएं पॉजिटिव आई है, उनमें एक महिला दंपती के बच्चे की देखभाल करती थी और दूसरी इस घर में मेड थी। ए ब्लॉक और टाइप डी का क्षेत्र 200 मीटर की परिधि में आता है। यहां दो कंटेनमेंट जोन बने हैं। स्वास्थ्य विभाग की नजर में यह बफर जोन बन गया है। राजकीय चिकित्सालय के हेल्थ सुपरवाइजर एसएस यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां सभी लोगों का सर्वे करेगी।
ढालवाला का मॉर्डन इंस्टीट्यूट चर्चाओं में
मुनिकीरेती ढालवाला स्थित मॉर्डन इंस्टीट्यूट में क्वारंटाइन किए गए 205 प्रवासियों में से 33 लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने से ढालवाला के लोगों चिंतित हैं। बीते रोज आई इन रिपोर्ट के आधार पर सभी कोरोना पॉजिटिव लोगों को प्रशासन ने नई टिहरी के बौराड़ी में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में आइसोलेटेड किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में सैंपल पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को यहां रह रहे अन्य लोगों के भी सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। मार्डन इंस्टीट्यूट में जहां इन प्रवासियों को क्वारंटाइन किया गया है, वहां आसपास क्षेत्र में घनी आबादी भी है। जिससे लोगों में दहशत है।
क्वारंटाइन लोगों की शिकायतों को नहीं लग रहा विराम
मुनिकीरेती क्षेत्र में बाहरी राज्यों से प्रवासियों के पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भी करीब छह सौ प्रवासी महाराष्ट्र व अन्य प्रांतों से यहां पहुंचे हैं। क्षेत्र में प्रशासन ने अब मुनिकीरेती व तपोवन क्षेत्र के तमाम होटलों को भी क्वारंटाइन सेंटर के लिए अधिगृहित किया है। क्षेत्र में वर्तमान में ढाई हजार से अधिक लोग क्वारंटाइन हैं। इतनी बड़ी संख्या में क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों के लिए भोजन की व्यवस्था में प्रशासन के पसीने छूट गये हैं। लगातार क्वारंटाइन किए गए लोग समय पर भोजन न मिलने की शिकायत कर रहे हैं। गुरुवार को भी तपोवन क्षेत्र के होटलों में क्वारंटाइन किए गए लोगों ने सुबह का नाश्ता और दिन का भोजन समय पर न मिलने की शिकायतें की।