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आइएमए की सीएसडी कैंटीन बंद होने से बिफरे पूर्व सैनिक, पढ़िए पूरी खबर

आइएमए में सीएसडी कैंटीन नहीं खुलने से कार्डधारक पूर्व सैनिकों व सैन्य विधवाओं में आक्रोश है। कार्डधारकों ने आइएमए के मुख्य द्वार पर ही सीएसडी क्लोज्ड का बोर्ड चस्पा देखा।

By Edited By: Published: Thu, 28 May 2020 07:13 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 07:32 PM (IST)
आइएमए की सीएसडी कैंटीन बंद होने से बिफरे पूर्व सैनिक, पढ़िए पूरी खबर
आइएमए की सीएसडी कैंटीन बंद होने से बिफरे पूर्व सैनिक, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में सीएसडी कैंटीन नहीं खुलने से कार्डधारक पूर्व सैनिकों व सैन्य विधवाओं में आक्रोश है। गुरुवार को सामान लेने कैंटीन पहुंचे तमाम कार्डधारकों को उस वक्त मायूस होना पड़ा, जब उन्होंने आइएमए के मुख्य द्वार पर ही 'सीएसडी क्लोज्ड' का बोर्ड चस्पा देखा। पूर्व सैनिकों का कहना था कि उन्हें सूचना मिली थी कि गुरुवार को कैंटीन 50 साल से अधिक उम्र के कार्डधारकों के लिए खुली रहेगी। आइएमए के मुख्य प्रवेश द्वार पर एकत्र पूर्व सैनिकों ने सीएसडी कैंटीन प्रबंधक को भी अंदर जाने से रोकने की कोशिश की। इससे अकादमी के गेट के बाहर करीब दो घटे तक अफरा-तफरी रही।

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दरअसल, कोरोना संक्रमण के चलते पिछले लंबे समय से लॉकडाउन है। ऐसे में सेना द्वारा संचालित सीएसडी कैंटीन लंबे वक्त तक बंद रहीं। लॉकडाउन के चौथे चरण में मिली छूट के बाद कैंटीन खुली हैं। पर शारीरिक दूरी के तहत यहा उम्र के आधार पर कार्डधारकों के दिन निर्धारित किए गए हैं। जिसके लिए उन्हें दिए गए नंबर पर फोन कर पहले टोकन लेना होता है। 

आइएमए कैंटीन से सामान लेने पहुंचे पूर्व सैनिकों का कहना था कि उन्हें जानकारी थी कि गुरुवार को 50 साल से अधिक उम्र के कार्डधारकों को सामान दिया जाएगा। कैंटीन प्रबंधक द्वारा बकायदा एक मोबाइल नंबर और लैंडलाइन नंबर भी जारी किया गया था। लेकिन इन नंबरों पर संपर्क ही नहीं हो रहा है। वह सामान लेने पहुंचे तो उन्हें गेट से अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। वहां मौजूद अकादमी के एक अधिकारी से इसका कारण जानना चाहा तो उन्होंने भी कुछ स्पष्ट नहीं बताया। 

इस बीच कुछ पूर्व सैनिकों ने पूर्व काबीना मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) टीपीएस रावत व एक्स सर्विसमैन लीग के अध्यक्ष रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरएस रावत को फोन मिला दिया। अकादमी के अधिकारियों की उनसे बात करानी चाही, लेकिन उन्होंने बात करने से मना कर दिया। 

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रिटायर्ड सूबेदार मेजर तीरथ सिंह रावत ने बताया कि यदि अकादमी प्रबंधन द्वारा कैंटीन बंद होने की सही जानकारी पूर्व सैनिकों को दी जाती तो सभी लौट जाते। लेकिन वह पूर्व सैनिकों को उलझाते रहे। कहा कि इस मामले की शिकायत उच्च स्तर पर भी की जाएगी। उधर, आइएमए के जनसंपर्क अधिकारी ले. कर्नल अमित डागर के अनुसार वेटरंस की सुविधा व शारीरिक दूरी के तहत ही टोकन की व्यवस्था की गई है। लेकिन गुरुवार को टोकन से इतर भी काफी संख्या में कार्डधारक पहुंच गए। ऐसे में कैंटीन बंद करनी पड़ी।

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