Coronavirus संक्रमित में नहीं दिखे लक्षण, तो दस दिन बाद हो जाएंगे डिस्चार्ज
कोरोना के लिहाज से हालात अब बिगड़ने लगे हैं। बल्कि प्रदेश में एकाएक कोरोना संक्रमितों की बाढ़ सी आ गई है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में कोरोना के लिहाज से हालात अब बिगड़ने लगे हैं। बल्कि प्रदेश में एकाएक कोरोना संक्रमितों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे में अब कोरोना के मरीजों के लिए संशोधित डिस्चार्ज पॉलिसी अमल में लाई जा रही है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने रविवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संशोधित डिस्चार्ज पॉलिसी के मुताबिक, पॉजिटिव मरीज का अगले दस दिन का परीक्षण किया जाएगा। अगर मरीज में कोई लक्षण नजर नहीं आता है, और सात से दस दिन के भीतर बुखार नहीं है तो उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
डिस्चार्ज से पहले परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं होगी। ऐसे व्यक्ति को सलाह दी जाएगी कि वह अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सात दिनों तक आइसोलेशन में रहे और गाइडलाइन का पालन करें। हालांकि, गंभीर रोगों से जूझ रहे कोरोना पीड़ित मरीजों पर निर्णय उनकी हालात को देखते हुए चिकित्सक लेंगे। गंभीर बीमारियों वाले मरीज को क्लीनिकल रिकवरी और आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या और बढ़ सकती है। ऐसे में इस ओर पहले ही इंतजाम शुरू कर दिए हैं।
टिहरी के सैंपल लौटाए
प्रदेश में सैंपलिंग की रफ्तार बढ़ने के साथ ही विभिन्न प्रयोगशालाओं में बैकलॉग भी बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में तीन हजार से अधिक सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। इस बीच एम्स ऋषिकेश पर भी गढ़वाल क्षेत्र के सैंपलों का काफी बोझ बढ़ गया है। इसी कारण रविवार को जनपद टिहरी के सैंपल लेने से मना कर दिया। एम्स प्रशासन का कहना था कि उनके यहां पहले ही काफी बैकलॉग है। ज्यादा वक्त रखने से सैंपल खराब होने का भी डर है।
एम्स ऋषिकेश ने दून मेडिकल कॉलेज भेजे तीन मरीज
प्रदेश में कोरोना के मरीज बढ़ने के साथ ही अब इसे लेकर रणनीति में भी बदलाव दिख रहा है। ऋषिकेश गढ़वाल मंडल का प्रवेश द्वार है और यहां से हर दिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पर्वतीय जनपदों में जा रहे हैं। जिनकी रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है। इसके अलावा प्रवासियों की बढ़ती आमद के साथ ही एम्स ऋषिकेश पर भी मरीजों का दबाव बढ़ता दिख रहा है। ऐसे में एम्स ऋषिकेश से तीन मरीज रविवार रात को दून मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए। इनमें गोहरी माफी रायवाला के दो और तलाई गांव रानीपोखरी निवासी एक व्यक्ति शामिल है। एम्स में फिलहाल कोरोना संRमित 19 मरीज भर्ती हैं, जबकि दून मेडिकल कॉलेज में 15 मरीज भर्ती हैं।