Dehradun Lockdown: नई व्यवस्था से फल-सब्जी के फुटकर दामों में आई गिरावट
गली-मोहल्ले में ही लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराने की प्रशासन की नई व्यवस्था से फुटकर दुकानदारों की मनमानी पर अंकुश लग गया है। इससे आमजन ने भी राहत की सांस ली है।
देहरादून, जेएनएन। गली-मोहल्ले में ही लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराने की प्रशासन की नई व्यवस्था से फुटकर दुकानदारों की मनमानी पर अंकुश लग गया है। जिलाधिकारी के इस कदम से शहरभर में सब्जी के फुटकर दामों में कमी आई है। इससे आमजन ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि, इस बीच सब्जी की डिमांड भी काफी कम हो गई है। सब्जी खरीदने वालों की संख्या में तेजी से कमी आई है। इसके अलावा लोग पहले की अपेक्षा कम मात्र में फल-सब्जी की खरीदारी कर रहे हैं।
प्रशासन के निर्देश पर मंडी समिति और जिला पूर्ति विभाग आमजन को सब्जी व राशन सुलभ कराने में जुटे हैं। इसी क्रम में मंडी समिति और जिला पूर्ति विभाग की संयुक्त टीम ने शहर के 20 इलाकों में लोडर से फल-सब्जी बेची। आज भी सुबह सात से शाम पांच बजे तक चयनित क्षेत्रों में फल-सब्जी बेचने का काम चल रहा है।
इन क्षेत्रों में मिल रही सस्ती सब्जी
डालनवाला, दीपनगर, रेसकोर्स गुरुद्वारा, लक्खीबाग, रिस्पना, बिंदाल, गोविंदगढ़, खुड़बुड़ा, करनपुर, नालापानी चौक, चंदर नगर, डिफेंस कॉलोनी, जाखन, लाडपुर अधोईवाला आदि।
सस्ते गल्ले की दुकानों में आलू-प्याज
लोगों की सहूलियत के लिए राशन की दुकानों में भी आलू-प्याज उपलब्ध है। प्रेमनगर, धर्मपुर व रायपुर में पांच-पांच और परिसीमन क्षेत्र में 10 दुकानों पर लोगों को 50 रुपये में दो किलो आलू व आधा किलो प्याज उपलब्ध कराया जा रहा है।
खाद्य पदार्थ की डिमांड घटी
दून में राशन और सब्जी की पर्याप्त उपलब्धता है। आवक बढ़ने से बाजार में खाद्य पदार्थों के स्टॉक में भी सुधार हो गया है। मांग घटती जा रही है। इससे कालाबाजारी पर भी लगाम लग गई है। बाजार में आटे- चावल की मांग में लगभग 1000 कुंतल की गिरावट आई है।
बाजार में चावल, दाल, खाद्य तेल समेत अन्य आवश्यक चीजों की आवक भी बढ़ गई है। आवक के सापेक्ष बाजार में अब खपत लगातार घटती नजर आ रही है। लॉकडाउन की शुरुआत में हर दिन बाजार से लगभग 1000 से 1200 कुंतल आटा और 800 कुंतल चावल खरीदा जा रहा था।
अब आटा और चावल दोनों मिलाकर हजार कुंतल की खपत भी नहीं रह गई है। जिला आपूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि आढ़त बाजार मंडी में अनिवार्य राशन पर्याप्त मात्र में है। बाहरी मंडियों से भी हर दिन राशन की खेप पहुंच रही है।
इसके अलावा देहरादून की आटा मिलों से भी उचित दामों पर आटा मुहैया हो रहा है। इससे बाजार में संतुलन आ गया है। दून में भारी मात्र खाद्य पदार्थ की उपलब्धता है। उन्होंने आम लोगों से बिना वजह राशन स्टॉक ना करने की अपील की है।
घरेलू सिलेंडर भी पर्याप्त
दून में घरेलू सिलेंडर का स्टॉक भी अब संतुलित हो गया है। पैनिक बुकिंग पर लगाम लगने से बैकलॉग भी घटता जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि दून में 15280 सिलेंडर लोगों को उपलब्ध करवाए गए। बताया कि आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल तीनों कंपनियों को मिलाकर अभी 19,850 सिलेंडरों का स्टॉक दून में है।
सब्जी की डिमांड में भी आई गिरावट
दून में लॉकडाउन के बाद अचानक से बढ़ी सब्जी और फल की डिमांड अब घट गई है। फुटकर मंडियों और रेहड़ी-ठेलियों पर भीड़ काफी कम होने लगी है। आलम यह है कि सस्ती दरों पर बेची जा रही सब्जी को भी खरीदार नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में सब्जी विक्रेता भी बाहर से आने वाली सब्जी का स्टॉक कम करते जा रहे हैं। अधिक आवक से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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देहरादून मंडी में गेंहू की उपलब्धता
-श्री गणोश फलोर मिल 5164 कुंतल
-श्री गंगा किशन एंड संस 70 कुंतल
-मैं सदा राम साधु राम 290 कुंतल
-मैं बाबू राम राम किशन 150 कुंतल
-मैं ओमप्रकाश जसवंत राय 58 कुंतल
-मैं फूलचंद हर्ष कुमार 20 कुंतल
-विकास नगर मंडी में 664 कुंतल
-ऋषिकेश मंडी में 535 कुंतल
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