Uttarakhand Lockdown के बाद उत्तराखंड की सीमाएं सील, चोर रास्तों से प्रवेश कर रहे हैं लोग
प्रदेश की सीमाएं सील होने के कारण चोर रास्तों से उत्तराखंड में और बाहर आवाजाही कर रहे हैं। पुलिस अब ऐसे चोर रास्तों को बंद कर पैनी नजर रखेगी।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद भी उप्र और हिमाचल की ओर से लगातार लोग पछवादून पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही उप्र और हिमाचल की ओर भी जा रहे हैं, जिससे पुलिस की भागदौड़ बढ़ रही है। यह लोग प्रदेश की सीमाएं सील होने के कारण चोर रास्तों से उत्तराखंड में और बाहर आवाजाही कर रहे हैं। पुलिस अब ऐसे चोर रास्तों को बंद कर पैनी नजर रखेगी, जिससे ऐसे लोगों की धमक को रोका जा सके।
पछवादून से उप्र और हिमाचल प्रदेश सटे हैं। लॉकडाउन के बाद उत्तराखंड की सीमा को सील कर दिया, जिसके बाद भी आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि लॉकडाउन के बाद से उत्तराखंड में कार्यरत बाहरी प्रदेश के लोगों का घरों को लौटने का सिलसिला शुरू हो गया था। साथ ही बाहरी राज्यों में कार्यरत उत्तराखंड के लोगों भी वापस आने लगे। सरकार ने ऐसे लोगों को रोककर खाने-पीने और ठहराने के इंतजाम के निर्देश दिए।
उसके बाद से ही पुलिस ऐसे लोगों के लिए इंतजाम में जुटी है, लेकिन लोगों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना पछवादून में बाहरी प्रदेशों से उत्तराखंड मूल के लोग पहुंच रहे हैं, जिससे पुलिस की भागदौड़ बढ़ी हुई है। पुलिस की कोशिश यही है कि हिमाचल और उप्र से जंगल से पछवादून में आने वाले लोगों के मूवमेंट को पूरी तरह से रोक दिया जाए।
यहां से कर रहे हैं प्रवेश
हिमाचल बॉर्डर की कुल्हाल चेकपोस्ट और उप्र बॉर्डर की दर्रारीट चेक पोस्ट से पैदल भी किसी को नहीं आने दिया जा रहा है। हिमाचल की ओर से आने वाले यमुना नदी से होकर पैदल ही उत्तराखंड के पछवादून के डाकपत्थर, भीमावाला, नावघाट, ढकरानी, ढालीपुर आदि क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। उप्र की ओर से आने वाले लोग तिमली जंगल से होकर तिपरपुर गांव की तरफ से होकर राज्य की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। गुरुवार को पुलिस ने जंगल व यमुना नदी के हर उस रास्ते को चिहिनत किया। जहां से लोग प्रवेश कर सकते हैं।
पुलिस क्षेत्रधिकारी बीएस धोनी ने बताया कि नदियों और जंगलों के रास्तों से दूसरे राज्यों व जनपदों से आने वाले लोगों की आवाजाही रोकने को चिह्नित रास्तों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। सीमा पर बसे गांवों कुल्हाल, मटक माजरी, कुंजा, ढालीपुर, ढकरानी, भीमावाला, डाकपत्थर, धर्मावाला, तिपरपुर, सभावाला, जाटोवाला आदि क्षेत्रों के ग्रामीणों को भी पुलिस ने सूचना देने को कहा है।
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यहां किया जा रहा है क्वारंटाइन
पछवादून में प्रवेश कर चुके मजदूरों के लिए स्थानीय प्रशासन ने विकासनगर में 12, सहसपुर में 10 व सेलाकुई में 2 राहत कैंप बनाए हैं, जहां पर बाहर से आ रहे मजदूरों को 14-14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जा रहा है। धर्मावाला चौकी इंचार्ज अजरुन सिंह गुसाईं ने प्रावि तिमली और राइंका मेदनीपुर बद्रीपुर में बाहर से आए 41 मजदूरों को ठहराया है। बद्रीपुर गांव के 23 लोग बाहर से यहां पहुंचे हैं, जिन्हें घरों की बजाय बद्रीपुर स्कूल में ठहराया गया है, जो 14 दिन बाद ही अपने घरों को लौट सकेंगे।