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Startup Grand Challenge-2020: उत्तराखंड को मिले टॉप-10 स्टार्टअप, विजेता हुए सम्मानित

उत्तराखंड स्टार्टअप ग्रेंड चैलेंज-2020 प्रतियोगिता से प्रदेश को टॉप-10 स्टार्टअप विजेता मिले। यूपीईएस में ग्रैैंड चैलेंज प्रतियोगिता का

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 02:49 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 02:49 PM (IST)
Startup Grand Challenge-2020: उत्तराखंड को मिले टॉप-10 स्टार्टअप, विजेता हुए सम्मानित
Startup Grand Challenge-2020: उत्तराखंड को मिले टॉप-10 स्टार्टअप, विजेता हुए सम्मानित

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड स्टार्टअप ग्रेंड चैलेंज-2020 प्रतियोगिता से प्रदेश को टॉप-10 स्टार्टअप विजेता मिले। यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) में आयोजित दो दिवसीय ग्रैैंड चैलेंज प्रतियोगिता के अंतिम दिन सोमवार को टॉप-10 स्टार्टअप विजेताओं को 50-50 हजार रुपये के नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इन विजेताओं में तीन छात्राएं शामिल हैं। जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज से सर्वाधिक तीन स्टार्टअप जीते। 

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बतौर मुख्य अतिथि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमिता संस्थान (एमएसएमई) की प्रमुख सचिव मनीषा पंवार ने विजेताओं को सम्मानित किया। कई दौर की प्रतियोगिता के बाद अंतिम राउंड जीतने वाले दस नवाचार राज्य को स्टार्टअप के रूप में प्राप्त हुए हैं। विजेता स्टार्टअप में एकल छात्र भी हैं और दो से तीन छात्रों का कंपनी के रूप में समूह भी है। मनीषा पंवार ने कहा कि राज्य में स्टार्टअप ईको सिस्टम को दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सलाहकार समूह की स्थापना की जा रही है। इस समूह में चार से पांच सदस्य स्टार्टअप विशेषज्ञ हैं।

यह समूह प्रदेश में नवोन्मेशी विचारों को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने टॉप-10 में स्थान नहीं बना पाने वाले युवाओं को निराश न होने की सलाह दी। कहा कि टॉप-10 में नहीं आने का मतलब यह नहीं है कि उनके विचार उद्यमिता में परिवर्तित नहीं हो सकते हैं। युवा और अधिक मेहनत करें तो सफलता जरूर मिलेगी। इस मौके पर यूपीईएस के ऐकेडमिक डीन कमल बंसल, उद्योग उपनिदेशक राजेंद्र सिंह, पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अनिल तनेजा, अजीत निगम, रघुनंदन, प्रियंका मदनानी, विक्रम दुग्गल आदि उपस्थित रहे। 

चुनौती को अवसर में बदलें युवा: नौटियाल 

प्रतियोगिता की शुरुआत में ग्रेंड चैलेंज के लिए चयनित नवोन्मेशी विचार रखने वाले युवाओं को आर्ट ऑफ पीचिंग, फंड रैजिंग, मार्केट वेलीडेशन, स्टार्टअप ग्रोथ आदि की जानकारी प्रदेश उद्योग निदेशक सुधीर चंद्र नौटियाल ने दी। उन्होंने राज्य सरकार की स्टार्टअप नीति की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार स्टार्टअप इको सिस्टम के विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत है। राज्य सरकार की ओर से अभी तक राज्य में छह इंक्यूबेटर संचालित किए जा रहे हैं। आज के बाद प्रदेश को 77 स्टार्टअप राज्य सरकार से मान्यता प्रदान हो चुके हैं। 

13 स्टार्टअप को राज्य सरकार ने वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई। ग्रेंड चैलेंज में स्टार्टअप क्षेत्र के विषेशज्ञों ने युवाओं को नवोन्मेशी विचारों को उद्यमिता में परिवर्तित करने को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में उपस्थित चुनौतियों को देखते हुए स्टार्टअप के लिए अवसरों की कमी नहीं है। युवा इन चुनौतियों के समाधान प्रदान कर अपना स्टार्टअप उद्यम शुरू कर सकते हैं। 

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यह हैं 10 स्टार्टअप विजेता  

- अंकित बिष्ट, जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल 

-मितुल अग्रवाल, उत्तरांचल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, देहरादून 

- अलिशा मेंदोलिया और अंकिता मेंदोलिया, निफ्ट चेन्नई, निवासी देहरादून   

- सोम्या पंवार, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून 

- शुभांकर चमोली, दिल्ली विश्वविद्यालय, निवासी चमोली 

-दीपक चंद्र पंत, संस्थापक वेदश्री लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, हल्द्वानी 

- विकास सिंह बिष्ट, आइएमएस यूनिवर्सिटी देहरादून 

- अमित राणा और मोहित, जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल  

-आशीष सिंह राणा, लोकेश गैरोला और रंजीत सिंह चौहान, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि, श्रीनगर गढ़वाल 

- दिवाकर, जीबी पंत, इंजीनियरिंग कॉलेज देहरादून 

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