परवरिश के बाद परिंदे भरने लगे हैं ऊंची उड़ान, पढ़िए पूरी खबर
देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में परवरिश के बाद परिंदों ने ऊंची उड़ान भरनी शुरू कर दी है। वर्तमान में यहां करीब सत्तर प्रजातियों के परिंदे मौजूद हैं।
विकासनगर, जेएनएन। देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में लोकल परिंदों ने अपने नन्हें परिंदों की परवरिश कर उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया है। परवरिश के बाद परिंदों ने ऊंची उड़ान भरनी शुरू कर दी है। वैसे तो उत्तराखंड की कुल 693 प्रजातियों में से 330 प्रजातियों के परिंदे आसन नमभूमि क्षेत्र में आते हैं, लेकिन वर्तमान में करीब सत्तर प्रजातियों के परिंदे मौजूद हैं।
आसन नमभूमि में अक्टूबर से मार्च अंत तक प्रवासी परिंदों का राज रहता है, लेकिन उसके बाद मार्च से सितंबर तक लोकल परिंदे पक्षी प्रेमियों को लुभाते हैं। वर्तमान में लोकल करीब सत्तर प्रजातियों के परिंदों की ब्रीडिंग, नेस्टिंग व परवरिश प्रक्रिया समाप्त होने पर परिंदों ने अपनी पहली ऊंची उड़ान भरनी शुरू कर दी है। स्पाट बिल्ड डक के चूजे भी बड़े दिख रहे हैं। आधुनिक विश्वकर्मा कहलाने वाले बया वीवर पक्षियों के नन्हें परिंदे भी ऊंची उड़ान भरने लगे हैं। बता दें कि नर व मादा पक्षी एक साथ मिलकर जुलाई व अगस्त तक परिंदों की परवरिश करते हैं, उन्हें उड़ना व अपनी सुरक्षा करने की ट्रेनिंग देते हैं, जिसके बाद मध्य सितंबर तक नन्हें परिंदे ऊंची उड़ान भरने लगते हैं।
आसन वेटलैंड में ये प्रजातियां हैं मौजूद
आसन नमभूमि क्षेत्र में वर्तमान में स्पाट बिल डक, लिटिल इग्रेट, लिटिल कोरमोरेंट, स्पोटेड ओवलेट, हिमालयन बुलबुल, पेंटेड स्टार्क, प्रीनिया, ग्रीन बी इटर, व्हाइट ब्रोड वेक्टेल, स्विप्ट स्वैलो, रोबिन, फ्लाईकेचर, रीवर लेपविंग, रेड वेंटेड लेपविंग, रेड स्टार्ट, इंडियन कोरमोरेंट, नाइट हेरोन, पर्पल हेरोन, किंगफिशर, व्हाइड थ्रोटेड किंगफिशर, कामन मोरहेन, लिटिल ग्रेब, इंडियन रोलर, राबिन समेत करीब सत्तर लोकल प्रजातियों के परिंदे वर्तमान में ब्रीडिंग व नेस्टिंग कर रहे हैं।
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अक्टूबर के पहले हफ्ते से आने लगेंगे विदेशी प्रजाति के परिंदे
चकराता वन प्रभाग के रेंजर जवाहर सिंह तोमर व पक्षी पक्षी विशेषज्ञ प्रदीप सक्सेना के अनुसार आसन नमभूमि में लोकल प्रजाति के परिंदों ने पहली ऊंची उड़ान भरी है। अक्टूबर माह के पहले हफ्ते में विदेशी प्रजाति के परिंदे आने शुरू हो जाएंगे।
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