तय समय में टीम का चयन करना चुनौतीपूर्ण
बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की चुनौतियां बढ़ गई हैं। अब तय समय के अंदर विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम का चयन करना सीएयू के लिए पहली चुनौती है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। तय समय में विजय हजारे ट्रॉफी टीम का चयन कर खिलाड़ियों के लिए कैंप लगाना सीएयू की पहली चुनौती है। हालांकि, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड इसके लिए तैयारी कर रही है, लेकिन तैयारियों की रफ्तार कुछ धीमी नजर आ रही है।
विगत मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को राज्य में क्रिकेट संचालन की पूर्ण मान्यता दे दी है। जिसके बाद बुधवार को एसोसिएशन ने मान्यता के बाद पहली पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। लेकिन, एसोसिएशन के लिए यह सब इतना आसान नहीं है। बीसीसीआइ की गाइडलाइन के अनुसार सभी राज्य संघों को नौ सितंबर तक विजय हजारे टूर्नामेंट की टीम का चयन कर खिलाड़ियों का पंजीकरण बीसीसीआइ में कराना है। इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए 15 दिन का विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करना है। जिसमें मैदान में उतरने से पहले खिलाड़ियों को मुख्य प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। दूसरी तरफ विजय हजारे ट्रॉफी की मेजबानी का जिम्मा भी उत्तराखंड के ही कंधों पर है, ऐसे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को ही अन्य राज्यों के खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था समेत अन्य उचित सुविधाएं मुहैया करानी होंगी। लेकिन, ये सभी कार्य आसानी से नहीं होंगे। समय की कमी के चलते इन सबके लिए सीएयू को युद्ध स्तर पर कार्य करने होंगे। हालांकि, यह इतना आसान नहीं होगा। सभी कार्यो के लिए सदस्यों की टीम तैयार की जा रही है। सभी को कार्य सौंपे जाएंगे। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
महिम वर्मा, संयुक्त सचिव, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड