दून के खुड़बुड़ा में गहराया डायरिया का प्रकोप, 14 लोग बीमार Dehradun News
दून के खुड़बुड़ा क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है। यहां इस बीमारी से ग्रसित 14 मरीज मिले हैं। जबकि दो मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
देहरादून, जेएनएन। बरसात का मौसम और उस पर दूषित पानी की आपूर्ति। यानी बीमारियों को न्योता। यही कारण है कि दून के खुड़बुड़ा क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है। यहां इस बीमारी से ग्रसित 14 मरीज मिले हैं। जबकि दो मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने इस बावत जिलाधिकारी को भी अवगत कराया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा क्षेत्र में किए गए स्वास्थ्य परीक्षण में इन मरीजों की पहचान हुई है। सीएमओ ने बताया कि खुड़बुड़ा क्षेत्र की स्वास्थ्य पर्यवेक्षक ने बीती 17 जुलाई को दूरभाष पर सूचना दी थी कि क्षेत्र में चार लोगों में डायरिया के लक्षण मिले हैं। इस पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व फार्मासिस्ट को क्षेत्र में भेजा गया। विभागीय टीम को क्षेत्र के लोगों ने बताया कि दो मरीजों को उनके परिजन उपचार के लिए अस्पताल ले जा चुके हैं।
वहीं विभागीय टीम ने शिवाजी मार्ग व शिवाजी मोहल्ला में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 14 मरीजों को डायरिया से ग्रसित पाया है। जिन्हें औषधि, ओआरएस व जिंक टैबलेट दी गई है। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को इस क्षेत्र में क्लोरीन टैबलेट व ओआरएस के पैकेट बांटने के निर्देश दिए गए हैं।
डायरिया पखवाड़ा शुरू
स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से डायरिया पखवाड़ा की शुरुआत की। जिले में पांच साल के 1.51 लाख बच्चों को आशाएं घर-घर जाकर ओआरएस बांटेंगी। वहीं, डायरिया से पीड़ित बच्चों को जिंक की गोलियां भी दी जाएंगी।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुर रोड में आयोजित कार्यक्रम में विधायक खजानदास ने कहा कि सरकार बच्चों समेत तमाम लोगों की सेहत के प्रति सजग है। बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए पखवाड़ा चलाया गया है। सीएमओ डॉ. एसके गुप्ता ने कहा कि डायरिया की मुख्य वजह दूषित पानी और गंदगी है। मानसून के दौरान नलों पर दूषित पानी की आशंका बनी रहती है, लिहाजा सभी को स्वच्छता के प्रति जागरूक होना होगा।
बताया कि आशाओं के माध्यम से बच्चों को ओआरएस के पैकेट बंटवाए जाएंगे एवं उन्हें जागरूक किया जाएगा। जनता से स्वच्छता और आसपास के वातावरण की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की। बताया कि डायरिया पखवाड़े में सभी अस्पतासलों में ओआरएस जिंक कार्नर बनाए गए हैं। इस दौरान एनएचएम निदेशक डॉ. अंजलि नौटियाल, गढ़वाल मंडल की निदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, एसीएमओ डॉ. नरेंद्र कुमार त्यागी, डॉ. केके सिंह आदि उपस्थित रहे।
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