समाज कल्याण से जुड़े एनजीओ की कुंडली बांचेगी सरकार
समाज कल्याण विभाग से जुड़ी तमाम योजनाओं में एनजीओ की भूमिका को लेकर अंगुलियां उठने के मद्देनजर सरकार ने अब इनकी कुंडली बांचने की ठानी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: समाज कल्याण विभाग से जुड़ी तमाम योजनाओं में एनजीओ की भूमिका को लेकर अंगुलियां उठने के मद्देनजर सरकार ने अब इनकी कुंडली बांचने की ठानी है। इसके तहत देखा जाएगा कि समाज कल्याण के क्षेत्र में धरातल पर वास्तव में कितने एनजीओ कार्यरत हैं और कितने सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने तक सीमित हैं। विभागीय मंत्री यशपाल आर्य ने इस सिलसिले में गहनता से जांच पड़ताल कराने के साथ ही एनजीओ के लिए पारदर्शी नीति बनाने के निर्देश दिए हैं।
गैर सरकारी संगठनों यानी एनजीओ की बाढ़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 16329 गांवों वाले उत्तराखंड में एनजीओ की संख्या 51675 है। इनमें से अधिकांश का कार्यक्षेत्र ग्रामीण इलाकों में केंद्रित है। राज्य और केंद्र सरकारों से इन्हें बजट भी खूब मिल रहा है। एनजीओ को कार्य दिए जाने के पीछे मंशा ये है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कुछ सकारात्मक परिणाम सामने आएं।
इस कड़ी में समाज कल्याण विभाग से जुड़ी तमाम योजनाओं में भी एनजीओ भागीदारी निभा रहे हैं। समाज कल्याण के क्षेत्र में कार्य करने वाले एनजीओ की कार्यशैली को लेकर कुछ शिकायतें सरकार को मिली हैं। ये बातें भी आई हैं कि कुछेक एनजीओ सिर्फ बजट लेने तक सीमित हैं। समाज कल्याण मंत्रालय ने इन्हें गंभीरता से लिया है और अब अपने विभाग के अंतर्गत कार्यरत एनजीओ की कुंडली बांचने का निर्णय लिया है।
समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को हुई समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में भी एनजीओ का मसला उठा था। इसे देखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि एनजीओ की पड़ताल कर ली जाए। जो बेहतर कार्य कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और निष्क्रिय को बाहर किया जाए। उन्होंने कहा कि एनजीओ की पड़ताल के लिए मैकेनिज्म तैयार करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि इस पहल से समाज कल्याण के क्षेत्र में वास्तव में धरातल पर कितने एनजीओ कार्य कर रहे हैं, उनकी तस्वीर सामने आ जाएगी। यही नहीं, अब एनजीओ के लिए पारदर्शी नीति भी बनाई जा रही है। इसमें सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
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प्रदेशभर में पंजीकृत एनजीओ
जिला, संख्या
देहरादून, 12163
पौड़ी, 6187
हरिद्वार, 6053
अल्मोड़ा, 5026
टिहरी, 4841
ऊधमसिंहनगर, 4202
चमोली, 3297
पिथौरागढ़, 2943
उत्तरकाशी, 2087
नैनीताल,1942
रुद्रप्रयाग, 1359
चंपावत, 904
बागेश्वर, 671
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