सावधान! बाजार में मिल रहा है मिलावटी दूध, आप ऐसे कर सकते हैं जांच Dehradun News
अगर आप भी बाजार का खुला दूध पी रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि दूध में पानी मिला है और इससे पोषक तत्व भी गायब हैं।
देहरादून, जेएनएन। दून में बिक रहा खुला और पैक्ड दूध यूं ही खाद्य प्रयोगशाला की जांच में फेल नहीं आ रहा। शहर में बिक रहे दूध में पानी मिला है और इससे पोषक तत्व गायब हैं। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये दूध आपके लिए कितना फायदेमंद है।
दून में बिक रहे दूध पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। हाल में खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा की गई सैंपलिंग के नतीजों में अधिकतर की रिपोर्ट फेल आई है। मार्च और अप्रैल माह में जो दूध के नमूने लिए गए थे उनमें से छह की रिपोर्ट निगेटिव आई। सभी में फैट कम यानी पानी की मिलावट अधिक पाई गई। दूध में चल रही इस धांधली के मद्देनजर ही जिला अभिहित अधिकारी जीसी कंडवाल की ओर से डेयरी विभाग के साथ मिलकर अभियान शुरू किया गया है।
गुरुवार को डिफेंस कॉलोनी में विभाग ने डेयरी विभाग के सहयोग से शिविर लगाकर स्थानीय लोगों के दूध की जांच की। इस दौरान काफी संख्या में जागरूक लोग अपने घर का दूध लेकर मौके पर पहुंचे तो नतीजे जानकर हैरत में पड़ गए। कंडवाल ने बताया कि करीब 60 दूध के नमूनों की मौके पर जांच की गई। एनालाइजर मशीन से पानी, सोडा, न्यूट्रिलाइजर, यूरिया आदि की जांच हुई। अधिकतर में पानी की मिलावट मिली है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अन्य जगह भी कैंप आयोजित किए जाएंगे। कंडवाल ने ज्यादा से ज्यादा इसका लाभ उठाने का आग्रह किया है, ताकि उन्हें पता चल सके कि वह कैसा दूध पी रहे हैं।
ऐसे करें दूध की जांच, पानी की मिलावट
एक प्लेट या ढलान वाली सतह पर दूध की एक बूंद डालें। शुद्ध दूध की बूंद धीरे-धीरे सफेद लकीर छोड़ते हुए नीचे आ जाएंगी, जबकि पानी की मिलवाट वाली बूंद बिना कोई निशान छोड़े बह जाएंगी। किसी चिकनी लकड़ी या पत्थर की सतह पर दूध की एक या दो बूंद टपकाएं, अगर दूध बहता हुआ नीचे की तरफ गिरे और सफेद धार-सा निशान बन जाए, तो दूध शुद्ध है।
यूरिया की मिलावट
एक चम्मच दूध को टेस्ट ट्यूब में डालें। उसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर डालें। इसे अच्छी तरह से मिला लें। पांच मिनट बाद, एक लाल लिटमस पेपर डालें। आधे मिनट बाद अगर पेपर का रंग लाल से नीला हो जाए, तो दूध में यूरिया है।
डिटर्जेंट वाला दूध: दूध को सूंघिए, अगर उसमें साबुन जैसी गंध आए तो समझिए कि दूध में मिलावट की गई है। 5 से 10 मिलीलीटर दूध को उतने ही पानी में मिला कर हिलाएं, अगर झाग बनते हैं, तो समझिए इसमें डिटर्जेंट है।
सिंथेटिक दूध
सिंथेटिक दूध का स्वाद कड़वा होता है। उंगलियों के बीच रगड़ने से साबुन जैसा लगता है और गर्म करने पर पीला हो जाता है। सिंथेटिक दूध में प्रोटीन की मात्रा है या नहीं, इसकी जाच दवा की दुकान पर मिलने वाली यूरीज स्ट्रिप से की जा सकती है। इसके साथ मिली रंगों की सूची दूध में यूरिया की मात्रा बता देगी।
यूं भी करें पहचान स्वाद
असली दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि नकली दूध का स्वाद डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा हो जाता है।
रंग: स्टोर करने पर असली दूध अपना रंग नहीं बदलता। नकली दूध कुछ वक्त के बाद पीला पड़ने लगता है।
चिकनाहट: दूध को हथेलियों के बीच रख कर उसे रगड़ें। अगर चिकनाहट महसूस नहीं होती है, तो दूध असली है। नकली दूध को अगर आप अपने हाथों के बीच रगड़ेंगे, तो आपको चिकनाहट महसूस होगी।
यह भी पढ़ें: हो जाएं सावधान, बाजार के मिलावटी दूध से कैंसर का खतरा Dehradun News
यह भी पढ़ें: अब गर्भवती महिला और बच्चे को लगेगा टीडी का टीका, जानिए इसके बारे में
यह भी पढ़ें: क्लेम के लिए चालक का वैध ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी, पढ़िए पूरी खबर