Move to Jagran APP

हे भगवान, पटवारी साहब दर्शन दे दें बस..

हे भगवान किसी तरह पटवारी साहब के दर्शन हो जाएं बस.. बार-बार चक्कर लगाकर परेशान हो गई हूं। एक दिन की मजदूरी छोड़ दी सोचा शायद आज पेंशन सत्यापन हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 06:50 AM (IST)
हे भगवान, पटवारी साहब दर्शन दे दें बस..
हे भगवान, पटवारी साहब दर्शन दे दें बस..

जागरण संवाददाता, देहरादून : हे भगवान, किसी तरह पटवारी साहब के दर्शन हो जाएं बस.. बार-बार चक्कर लगाकर परेशान हो गई हूं। एक दिन की मजदूरी छोड़ दी, सोचा शायद आज पेंशन सत्यापन हो जाएगा। लेकिन, सुबह दस बजे से पटवारी साहब का इंतजार कर रही हूं और दो बजने को हैं, अभी तक उनका कोई अता-पता नहीं है। यह पीढ़ा व्यक्त की अधोईवाला की 70 वर्षीय ममता देवी ने। यह समस्या सिर्फ एक के साथ नहीं, बल्कि सैकड़ों लोग इससे जूझ रहे हैं। मंगलवार को भी विशेष कार्यदिवस पर पहुंचे कई फरियादियों को संबंधित क्षेत्रों के पटवारी के न होने के कारण बैरंग लौटना पड़ा।

loksabha election banner

सुबह दस बजे से ही तहसील में वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन सत्यापन को फरियादी जुटने शुरू हो गए। साढ़े दस बजे से पटवारियों ने अपने कक्षों में पहुंचना शुरू किया। जो पटवारी पहुंचे उन क्षेत्रों के पेंशनरों ने सत्यापन कराना शुरू किया। लेकिन, बाकी के दर्जनों लोग अपने-अपने क्षेत्रों के पटवारियों के आने का इंतजार करते रहे। करीब 11 बजे तक अधिकांश पटवारी पहुंच चुके थे, लेकिन पांच क्षेत्रों के पटवारी नहीं पहुंचे। अधोईवाला, मोथरोवाला, क्लेमेनटाउन, माजरा, सिल्ला, द्वारा क्षेत्रों के लोग घंटों तक पटवारी के आने का इंतजार करते रहे। करीब चार घंटे तक इंतजार करने के बाद भी जब पटवारी नहीं पहुंचे तो वे निराश होकर वापस लौटने लगे।

अधोईवाला निवासी ममता देवी ने कहा कि मैं तीसरी बार तहसील आ रही हूं। भगवान के दर्शन हो जाएं, लेकिन पटवारी साहब का मिलना मुश्किल है। कहा कि वह मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा करती हैं। बार-बार काम पर न जाने से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। सिल्ला क्षेत्र के हरिवंश, दयाराम, क्लेमेनटाउन के मातबर कुमार, सुशीला व कई अन्य भी मायूस होकर वापस लौटते नजर आए।

विशेष दिवस में भी निराश

दरअसल, हर मंगलवार व शुक्रवार को तहसील में विशेष कार्यदिवस होता है। सप्ताह में इन दो दिन पटवारी तहसील में पेंशन सत्यापन व जाति, आय प्रमाण-पत्र समेत अन्य कार्य करते हैं। जबकि, अन्य दिवस पर पटवारी स्थलीय निरीक्षण का काम करते हैं। विशेष कार्यदिवस पर भी लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं, इससे लोग बेहद निराश हैं।

स्थलीय निरीक्षण का दिया हवाला

कई पटवारियों से संपर्क करने पर कहा गया कि बारिश से कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ है, वह प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने गए हैं। जिस वजह से तहसील नहीं आ पाए। चलिए, मंगलवार को तो बारिश का बहाना चल सकता है, लेकिन हर बार ही इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है। जिससे लोगों का सवाल उठाना लाजमी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.